इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

90 दिन पूरे हुए रुस-यूक्रेन जंग को, इस दौरान तमाम दावें हुए खारिज, सिर्फ “सीक्रेट-आॅपरेशन” न्यूज पोर्टल का हीं दावा है बरकरार – चंद्रकांत मिश्र (एडिटर इन चीफ)


सांकेतिक तस्वीर।

मॉस्को/कीव। इस साल जब 24 फरवरी को रूसी फौज एक स्पेशल मिलीटरी आॅपरेशन के तहत भारी लाव-लश्कर के साथ यूक्रेन में दाखिल हुई तो दुनिया के गैर नाटों देशों के मीडिया संस्थानों ने तमाम रक्षा विशेषज्ञों के हवाले से छाती पीट पीटकर दावा करने में जुट गए कि अब यूक्रेन गया यानि यूक्रेन पर रूस कुछ दिनों में बड़े आसानी से जीत हासिल कर लेगा। हद तो तब हो गई जब इस लड़ाई के दौरान 1 मार्च को अमेरिका की तरफ से एक सेटेलाईट इमेज सामने आई जिसमें दावा किया गया कि 64 किलोमीटर की रूसी फौज की एक मिलीटरी काॅनवाई यूक्रेन की राजधानी कीव की तरफ बढ़ रही है, बस फिर क्या था ? दुनिया के गैर नाटों देशों के ये मीडिया हाउस उत्साह में बिना तथ्यों के हीं दावा करने में लग गये कि कुछ घंटों में हीं कीव गिर जायेगा, यहां तक तमाम एक्स सैन्य अधिकारियों ने भी रूस की जीत का दावा ठोक दिया। लेकिन उस समय एकमात्र “सीक्रेट आॅपरेशन” न्यूज पोर्टल ने हीं इन सभी दावों को खारिज करते हुए दावा किया कि 1 मार्च की रात में ‘कीव’ नहीं गिरेगा और दो मार्च की सुबह का सूरज कीव समेत यूक्रेन देखेगा,और आने वाले लंबे वक्त तक यूक्रेन मैदान ए जंग में डंटा रहेगा, और अभी तक वहीं हो रहा है जैसा कि 1 मार्च को सीक्रेट आॅपरेशन न्यूज पोर्टल ने दावा किया था। आज इस युध्द को पूरे 90 दिन से अधिक हो गए।

जहां इस दौरान कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (केएसई) ने इस 90 दिनों की लड़ाई का एक रिपोर्ट जारी करते हुए खुलासा किया है कि इस युद्ध में यूक्रेन की कुल 9740 करोड़ डॉलर की संपत्ति क्षति हुई है। वहीं अकेले बीते एक सप्ताह में रूसी सैन्य कार्रवाई में यूक्रेन को कुल 310 करोड़ डॉलर की क्षति हुई है।

इस दौरान KSE ने रिपोर्ट किया कि इस जंग में अबतक कुल 1067 शिक्षण संस्थान रूसी कार्रवाई में तबाह हो चुके हैं। इस अनुसार शिक्षण संस्थानों को कुल 150 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट की मानें तो इन 90 दिनों के युद्ध के बीच यूक्रेन में हर दिन औसतन 12 शिक्षण संस्थान मलबे में तब्दील हुए हैं। वहीं युद्ध में 574 स्वास्थ्य केंद्र भी बर्बाद हो चुके हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का दावा है कि युद्ध में अबतक कुल 1873 शिक्षण संस्थानों को क्षति हुई है।

सांकेतिक तस्वीर।

वहीं,यूक्रेन सरकार की ओर से भी जारी रिपोर्ट में साफ किया गया कि इस तीन महीने के युद्ध में अब तक 234 बच्चों की मौत हुई है। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद हर दिन औसतन तीन बच्चों की मौत हुई है। वहीं 433 से अधिक बच्चे घायल हुए हैं।

बता दे कि रूसी हमलों में यूक्रेन के अबतक 12 एयरपोर्ट, 295 ब्रिज, 169 गोदाम, 19 मॉल, 108 धार्मिक स्थल और 179 सांस्कृतिक केंद्र पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। इसके अलावा 169 गोदाम और 28 तेल डिपो भी रूसी कार्रवाई में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।

उधर,यूक्रेनी सेना के जनरल स्टाफ ने भी खुलासा करते हुए कहा कि 24 मई तक यूक्रेन ने रूस के 29,350 सैनिकों को मार गिराया है। यूक्रेनी सेना ने रूस के 1302 टैंक तबाह किए हैं। वहीं 606 आर्टिलरी सिस्टम, 93 एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम और 205 एयरक्राफ्ट ध्वस्त किए हैं। बताते चले कि रूस के भीषण हमलों के चलते यूक्रेन के 65 लाख नागरिक देश छोड़ने को मजबूर हुए हैं जो कि पड़ोसी देशों में शरण लिये हुए हैं। अब आगे परिणाम क्या होगा ? यह तो लड़ाई की वर्तमान परिस्थितियों के आंकलन से हीं साफ प्रतीत हो रहा है जो कि बताने की जरूरत नहीं है,फिलहाल,रुस अभी भी संतोषजनक स्थिति में नहीं है।

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