सांकेतिक तस्वीर।
कटक/नई दिल्ली। दुनिया एक तरफ रूस-यूक्रेन जंग झेल रही है तो वहीं भारत ने शुक्रवार की सुबह ओडिशा के तट से नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल ‘अग्नि प्राइम’ का सफल परीक्षण किया है। जहां रक्षा अधिकारियों के हवाले से यह बताया गया कि मिसाइल ने अपने सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा किया है।
इन अधिकारियों ने आगे भी कहा कि ‘अग्नि प्राइम’ के लगातार तीसरे (और सफल) परीक्षण ने ‘मिसाइल प्रणाली की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित की’ है। उन्होंने यह भी बताया कि मिसाइल एपीजे अब्दुल कलाम आयलैंड स्थित सचल लांचर से पूर्वाह्न नौ बजकर 45 मिनट पर दागी गई।
बताया जा रहा है कि मिसाइल के पूरे रास्ते की निगरानी राडार से की गई और दूरमापी उपकरण विभिन्न स्थानों पर लगाए गए थे। दावा है कि यह मिसाइल एक हजार से दो हजार किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकती है। सूत्रों ने बताया कि इस मिसाइल का पिछला परीक्षण गत 18 दिसंबर को एपीजे अब्दुल कलाम आयलैंड से ही किया गया था, जो सफल रहा था।
बता दे कि पहला परीक्षण पिछले साल जून में हुआ था, दूसरा छह महीने बाद दिसंबर में हुआ। सभी परीक्षण सफल हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि उन दोनों मौकों पर भी मिसाइल ने ‘टेक्स्टबुक ट्राजेक्टरी को फॉलो किया और उच्च स्तर की सटीकता के साथ सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा किया।’ ‘अग्नि प्राइम’, या ‘अग्नि-पी’, अग्नि वर्ग की मिसाइलों का एक परमाणु-सक्षम नई पीढ़ी का एडवांस वैरिएंट है। यानी यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है। अब रूस-यूक्रेन जंग में जहां एक ओर आये दिन परमाणु हमले का खतरा मंडरा रहा है तो वही दूसरी तरफ भारत द्वारा इस तरह का टेस्ट अपने आप में बड़ी उपलब्धि के साथ बहुत कुछ संकेत दे रहा है।