
रूसी हैलीकॉप्टर, जंग के दौरान, फोटो साभार -(रूसी डिफेंस के टेलिग्राम से)
वाशिंग्टन। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है। बता दे कि व्हाइट हाउस ने बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी के हवाले से दावा किया है कि अमेरिका का मानना है कि उत्तर कोरिया यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद कर रहा है। किर्बी ने आगे भी कहा कि उत्तर कोरिया रूस को गुप्त रूप से गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहा है। मगर हम अभी भी यह निर्धारित करने के लिए निगरानी कर रहे हैं कि क्या शिपमेंट वास्तव में प्राप्त हुए हैं या नहीं।
दरअसल,यूक्रेन युद्ध के बीच रूस को उत्तर कोरिया के द्वारा हथियार सप्लाई किये जाने की रिपोर्ट पहले भी सामने आईं थीं लेकिन उत्तर कोरिया ने इसे खारिज कर दिया था। इतना ही नहीं उत्तर कोरिया ने यहां तक कह दिया था कि उसकी भविष्य में भी ऐसा करने की कोई योजना नहीं है। चूंकि,अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के अधिकारियों ने पिछले महीने की शुरुआत में एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के माध्यम से दावा किया था कि रूस, उत्तर कोरिया से हथियार खरीदने की योजना पर काम कर रहा है, जिसमें बड़े पैमाने पर गोला-बारूद व रॉकेट शामिल हैं।
बताते चले कि रूस-यूक्रेन जंग में दुनिया के कई देश अब धीरे धीरे इस जंग में किसी न किसी रूप में प्रभावी रूप से शामिल होते दीख रहे हैं। इसके पीछे कई कारण है,जिसमें सैन्य समझौता प्रमुख कारण है। क्योंकि,जो देश नाटों या रूस के साथ पूर्व में सैन्य समझौता किये है ऐसे देशों को न चाहते हुए भी इस जंग में अपने पक्ष की मदद करने के लिए सामने आना पड़ रहा है। जहां इस दौरान कुछ ऐसे भी देश है जो पर्दे के पीछे से अपने-अपने पक्षों की सैन्य मदद में जुटे है। ऐसे में माना जा रहा है कि दुनिया के वें देश जो अमेरिकी संगठन के विरूद्ध है वें रूसी खेमे में शामिल है।
