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खूंखार तालीबानी आतंकियों से 18 घंटे तक अकेले लड़ा अफगानी पुलिस जवान – राजेंदर दूबे (स्पेशल एडिटर)

काबुल। अफगानिस्तान से अमेरिकी सुरक्षाबलों की वापसी अगले महीने तक पूरी हो जाएगी। इसके साथ ही जैसा कि पहले से ही तालिबान को लेकर आशंका जताई जा रही थी बिल्कुल वैसे ही हो रहा है। तालिबानी आतंकियों ने देश के अधिकांश हिस्सों को हथिया लिया है। कंधार के दक्षिणी इलाके में ऐसे ही एक मुठभेड़ में अफगानिस्तान का पुलिस अधिकारी अहमद शाह ( Ahmed Shah) अकेले ही तालिबानी आतंकियों से मुकाबला करता रहा। 14 जवानों के साथ अहमद शाह कंधार के इलाकों में मौजूद चौकियों पर तैनात था तभी तालिबानी आतंकियों ने उनपर हमला कर दिया। जख्मी अहमद शाह ने आतंकियों के सामने घुटने टेकने के बजाए जमकर मुकाबला किया। यह जानकारी अफगान की टोलो न्यूज ने दी।
अहमद शाह ने कहा, ‘मैंने सरेंडर नहीं किया और उनसे मुकाबला किया, दुश्मन कमजोर हैं। वो हमें अपने प्रोपेगैंडा के जरिए डराना चाहते हैं लेकिन मैंने सीखा है कि वास्तविक जीवन में दुश्मन से नहीं डरना चाहिए।’ मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल को अफगानिस्तान की ओर से भेजा गया जिसने अहमद शाह को बचाया। उनकी हालत अब स्थिर है। जांबाज पुलिस ऑफिसर ने कहा कि किसी भी जंग में जीत के लिए समर्पण और दृढ़ता जरूरी है। अहमद शाह ने बताया कि तालिबानी हमारी सेना का मनोबल तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही देश में तालिबान का कहर इतना बढ़ गया है कि अफगानिस्‍तान के 1,500 सरकारी सैनिक पड़ोसी देश ताजिकिस्‍तान भाग गए। बता दें कि निर्धारित किए गए समय सीमा से पहले ही अफगानिस्‍तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी हो रही है। दरअसल अप्रैल में अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने ऐलान किया था अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी सितंबर तक हो जाएगी लेकिन अब नई घोषणा के तहत 31 अगस्‍त तक अमेरिकी सेना अफगानिस्‍तान में अपना सैन्‍य अभियान बंद कर देगी। एग्जिट प्‍लान के तहत यह समयसीमा पहले 11 सितंबर रखी गई थी।

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