सिंगापुर। आतंकियों की फंडिंग करने वाले मलेशिया मूल के कारोबारी पर इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (आइएसए) के तहत सिंगापुर में कार्रवाई की गई है। इसने एक नहीं तीन बार इस्लामिक स्टेट के आतंकी को धन मुहैया कराया था। सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आइएस) के लिए फंडिंग करने वाले एक कारोबारी पर सिंगापुर में मुकदमा चलाया जा रहा है।
मलेशिया का रहने वाला है कारोबारी
कारोबारी मुहम्मद काजली सल्लेह मूल रूप से मलेशिया का रहने वाला है। इसने सिंगापुर में रहकर मलेशिया इस्लामिक स्टेट के आंतकी वान मुहम्मद अकील वान जैनल आबिदीन को तीन बार धन उपलब्ध कराया था। आबिदीन सीरिया में लड़ाई कर रहे आइएस आतंकियों का प्रमुख सरगना था। गृह मंत्रालय के अनुसार उसकी मार्च 2019 में मौत हो गई है। न्यूज एशिया चैनल के अनुसार, सिंगापुर के कारोबारी काजली को मलेशिया स्पेशल ब्रांच ऑफिसर ने 2018 में गिरफ्तार किया था। उसको सिंगापुर निर्वासित करते हुए आंतरिक सुरक्षा विभाग को जनवरी 2019 में सौंप दिया गया।
ISA के तहत की गई कार्रवाई
आतंकियों की फंडिंग करने वाले इस कारोबारी पर इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट (आइएसए) के तहत कार्रवाई की गई है। इस एजेंसी के समानांतर जांच कर रही पुलिस को काजली खिलाफ तीन बार आइएस के आतंकियों को मोटी रकम देने के सबूत मिले हैं। यह रकम सीरिया में आतंकी गतिविधियों के लिए दी गई थी। काजली पर जिन धाराओं में मुकदमा चल रहा है, उनमें कड़ी सजा का प्रविधान है।
50 वर्षीय काजली वीडियो लिंक के जरिए कोर्ट के समक्ष पेश हुआ। कोर्ट ने काजली को जमानत देने से इनकार कर दिया। अगली सुनवाई 11 अगस्त को होगी। कोर्ट में जमा दस्तावेजों के अनुसार 2013 के दिसंबर से 2014 के शुरुआत तक मे इसने आतंकियों को धन मुहैया कराया था जिसका इस्तेमाल सीरिया में हमलों के लिए किया जाना था। आतंक वित्त पोषण को खत्म करने के लिए 2002 में लाए गए आतंकी अधिनियम के तहत काजली को दस साल की कैद और 500,000 डॉलर का जुर्माना हो सकता है।