अमेरिकी समाचार एजेंसियों ने शुक्रवार को एक समाचार रिपोर्ट में कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने बिडेन प्रशासन से कहा है कि अगर अमेरिका तालिबान से अपने सैनिक हटा लेता है तो उसके दो तीन साल के भीतर ही तालिबान पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लेगा। न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया कि इस तरह के अधिग्रहण से अल कायदा को अफगानिस्तान में पुनर्निर्माण की अनुमति मिल जाएगी।
बता दें कि फरवरी 2020 में ट्रंप प्रशास ने एक समझौता किया था जिसमें 1 मई को अफगानिस्तान से कुछ अमेरिकी सैनिकों को हटाने की बात कही गई थी। जो बाइडन अब यह तय कर रह हैं कि उन्हें इसको लेकर क्या करना है।
कुछ अमेरिकी अधिकारी जो अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों को रखने का पक्ष लेते हैं, वे खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह तर्क दे रहे हैं कि सैनिकों को समय सीमा के बाद भी वहीं रहना चाहिए।
व्हाइट हाउस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
खुफिया आकलन पिछले साल ट्रंप प्रशासन के लिए तैयार किया गया था।
बाइडन ने गुरुवार को अपने पहले व्हाइट हाउस समाचार सम्मेलन में कहा कि 2020 में तय की गई समय सीमा का पालन करना कठिन होगा, क्योकि इसके लिए कुछ 7,000 संबद्ध बलों के प्रस्थान की भी आवश्यकता है। साथ ही बाइडन ने ये भी कहा कि वो अगले साल तक अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों के बने रहने के बारे में नहीं सोच सकते.
तालिबान ने शुक्रवार को कहा कि अगर सैनिक तय समय सीमा के बाद भी अफगानिस्तान में मौजूद रहते हैं तो वहह विदेशी ताकतों के खिलाफ शत्रुता को फिर से शुरू करेगा।