ब्रुसेल्स। उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो ने अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा कब्जा करने के बाद चिंता जताते हुए सभी समर्थन निलंबित कर दिए हैं। साथ ही आतंकी समूह को हिंसा खत्म करने को कहा है। बता दें कि तालिबान ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जा पर लिया, जिसके बाद से वहां का माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है। लगातार लोगों को वहां से निकालने के लिए दुनिया के सभी देश जुटे हुए हैं। यहां बढ़ रही हिंसा के बाद नाटो ने आतंकी समूह को राष्ट्र में हिंसा को समाप्त करने का आह्वान किया है। बता दें कि शुक्रवार को नाटो के विदेश मंत्रियों ने अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की थी।
अफगानिस्तान की मौजूदा परिस्थितियों में नाटो ने अफगान अधिकारियों को सभी समर्थन निलंबित कर दिए हैं। साथ ही कहा कि भविष्य की अफगान सरकार को अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करना चाहिए। सभी अफगानों, विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों की रक्षा करना चाहिए। साथ ही कानून को बनाए रखना चाहिए। नाटो ने कहा कि कोई भी मानवीय पहुंच में बाधा ना डालें, और सुनिश्चित करें कि अफगानिस्तान फिर से आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में कार्य नहीं करेगा।
इसके साथ ही मंत्रियों ने पूरे अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन और हनन पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए हिंसा को तत्काल समाप्त करने का आह्वान किया। नाटो ने जोर देकर कहा कि इससे सभी को एकजुट होना होगा। बता दें कि 15 अगस्त, 2021 को अफगानिस्तान पर तालिबान ने नियंत्रण कर लिया था, जिसके बाद से वहां पर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। वहां फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए सभी देश अभियान में जुटे हैं। यहां मची भगदड़ में कई लोगों की जान भी चली गई। इतना ही नहीं आज तालिबान ने अफानिस्तान में फतवा भी जारी कर दिया है। इसके मुताबिक, एक क्लास में लड़कियां नहीं पढ़ सकेंगी।