बिहार के दरभंगा में 17 जून को हुए विस्फोट के मामले में अब तार पश्चिमी यूपी के शामली से जुड़ते दिख रहे हैं। पार्सल में हुए विस्फोट की घटना के संबंध में पुलिस ने कैराना (शामली) निवासी पिता-पुत्र को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।
दरभंगा में पार्सल ब्लास्ट की जांच एनआईए को सौंपने का फैसला गृह मंत्रालय ने ले लिया है। गुरुवार को यह भी आदेश जारी कर दिया गया है। गृह मंत्रालय का आदेश मिलते ही एनआईए की टीम ने मामले की जांच अपने जिम्मे लेनी की कार्रवाई शुरू कर दी। जिसमें अब तक के दस्तावेज लिए जाएंगे। अब तक पार्सल ब्लास्ट की जांच में तीन राज्यों का आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) कर रहा था। बिहार के अलावा तेलंगाना और उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम एक-दूसरे के इनपुट पर कार्रवाई कर रही थी। दरभंगा जीआरपी की एक टीम को छानबीन के सिलसिले में सिकंदराबाद भेजा गया है।
वहीं धमाके से जुड़े चार संदिग्धों को तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के शामली से हिरासत में लिया गया है। शामली में पिता और पुत्र को हिरासत में लिया गया है। जो कैराना के रहने वाले और विशेष वर्ग से हैं। बताया जा रहा है कि इनमें से ही किसी एक की आईडी पर वह सिम लिया गया था, जिसका नंबर पार्सल पर मिला है।
दरभंगा स्टेशन पर हुआ था विस्फोट
बिहार के दरभंगा स्टेशन पर 17 जून को विस्फोट हुआ। जांच में आया था कि सिकंदराबाद से आई एक ट्रेन से दरभंगा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर एक पार्सल उतार कर प्लेटफार्म एक पर लाया गया। इसी दौरान उसमें विस्फोट हुआ और पार्सल में पैक कपड़े की गठिया में आग लग गई। जब रेलवे व जीआरपी ने आग बुझाने के बाद गठरी की जांच की तो उसमें छोटी बोतल मिली। जिसमें लिक्विड भरा हुआ था। फोरेंसिक जांच भी की गई। अब एनआईए के अलावा यूपी एटीएस भी जांच में लगी है। कपड़े की इस गठरी को पार्सल के द्वारा मोहम्मद सूफियान नाम के व्यक्ति ने सिकंदराबाद से दरभंगा भेजा था।
पुलिस और जांच एजेंसियों की जिले पर टिकी नजर
एक सप्ताह पहले बिहार के दरभंगा में हुए पार्सल विस्फोट प्रकरण में पुलिस और जांच एजेंसियों की शामली जिले पर नजर टिकी है। मोबाइल नंबर के सहारे पुलिस और खुफिया टीमें गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल कर आरोपियों तक पहुंचने में जुटी हैं।
पिछले सप्ताह गुरुवार को बिहार के दरभंगा में पार्सल में विस्फोट हुआ था। पार्सल पर लिखा हुआ मोबाइल नंबर शामली का पाया गया था। मोबाइल नंबर से इस प्रकरण के तार शामली से जुड़े होना मानकर खुफिया टीमें और जांच एजेंसियों की नजर शामली पर लगी हुई है। अधिकारी इतना तो मानकर चल रहे हैं कि पार्सल पर मोबाइल नंबर शामली का लिखा होने से इसका संबंध जिले के किसी व्यक्ति से जरूर रहा है। इसी आधार पर पुलिस और खुफिया टीमें गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल में जुटी है।
पार्सल पर लिखा मोबाइल नंबर ही ऐसा माध्यम है जिसके आधार पर विस्फोट प्रकरण से जुड़े आरोपियों तक पुलिस को पहुंचने में मदद मिलेगी। पुलिस और खुफिया टीमें इस मामले को गंभीरता से लेकर जांच में जुटी हुई है। बताया गया कि इस मामले में पुलिस को कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस मामले में पूरी सावधानी बरती जा रही है और गोपनीय तरीके से छानबीन चल रही है। माना जा रहा है कि पुलिस को इस मामले में जल्द सफलता मिल सकती है। हालांकि अधिकारी अभी इस मामले में कुछ बोल नहीं रहे हैं। एसपी सुकीर्ति माधव ने इस मामले में अभी कोई जानकारी न होना बताया है।
