एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

अब बालू चोरी पर उतरा चीन, ताईवानी नौसेना अलर्ट – राजेंदर दूबे (स्पेशल एडिटर)

हाइलाइट्स:
ताइवान के खिलाफ नई साजिश रच रहा चीन, चुरा रहा ताइवानी इलाके का बालू
ताइवान के द्वीप को नुकसान पहुंचाना है चीन का मकसद, ताइवानी नौसेना ने बढ़ाई गश्त
2020 में ताइवान ने चीन के 4000 से ज्यादा बालू उत्खनन करने वाले जहाजों को खदेड़ा था

ताइपे
चीन इन दिनों ताइवान के खिलाफ एक नया मोर्चा खोले हुए है। चीन के सैकड़ों जहाज ताइवानी जलसीमा में स्थित उथले सागर में बड़े पैमाने पर बालू के उत्खनन का काम कर रहे हैं। चीन की इन हरकतों से परेशान ताइवानी नौसेना ने अपनी गश्त को तेज कर दिया है। चीन के रेत उत्खनन वाले ये जहाज ताइवान के मात्सु द्वीप के आसपास अक्सर घुसपैठ करते हैं।

ताइवानी इलाके में बड़ी साजिश रच रहा चीन
रॉयटर्स ने ताइवानी तट रक्षक कमांडर लिन ची-मिंग के हवाले से बताया है कि उन्होंने कई बार चीन के इन विशालकाय नावों को ताइवानी जलक्षेत्र में देखा है। हालांकि पास जाने पर वह डरकर चीन की जलसीमा में भाग जाते हैं। लिन ने यह भी कहा कि चीन के इन जहाजों को लगता है कि यह उनका इलाका है। वे हमें देखकर भाग जाते हैं लेकिन वापस जाते ही फिर से घुसकर बालू चुराने का काम शुरू कर देते हैं।

चीन का नया हथियार है रेत उत्खनन
दरअसर, ताइवानी इलाके से रेत चुराना चीन का नया हथियार है। जिसे वह कथित ग्रे जो वॉर के अभियान में इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए बिना कोई युद्ध लड़े दुश्मन को उसके इलाके से बाहर निकालने की रणनीति अपनाई जाती है। पिछले साल जून के बाद से चीन के ये रेत उत्खनन करने वाले जहाज निर्माण परियोजनाओं के लिए समुद्र के तल से भारी मात्रा में रेत बाहर निकाल रहे हैं।

इसलिए ताइवान की रेत चुरा रहा चीन
ताइवान की नौसेना चीन के इन जहाजों को खदेड़ने के लिए अब 24 घंटे गश्त कर रही है। मात्सु द्वीप के निवासियों का कहना है कि चीन की इन हरकतों से उनके ऊपर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। रेत को चुराकर चीन इस द्वीप की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना चाहता है। इतना ही नहीं, वह पानी के नीचे बिछाए गए संचार केबलों को नुकसान पहुंचाना चाहता है और निवासियों और पर्यटकों को आसपास के द्वीपों पर जाने से डरा भी रहा है। यह भी डर जताया जा रहा है कि चीन के इन जहाजों की खुदाई से आसपास के समुद्री जीवन को नुकसान पहुंच सकता है।

2020 में ताइवान ने खदेड़े चीन के 4000 रेत उत्खनन जहाज
दरअसल मात्सु द्वीप के पास स्थित उथला इलाका चीन और ताइवान के बीच बफर जोन का काम करता है। इस द्वीप और इसके आसपास ताइवान के 13,300 के करीब लोग रहते हैं। चीन के जहाज ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा के पास उथले पानी में खुदाई कर रहे हैं। पिछले एक साल में ताइवान ने चीन के रेत खोंदने वाले कम से कम 4,000 जहाजों खदेड़ा था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *