एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने इजरायल पर भीषण हमले की तैयारी शुरू कर दी है,खतरनाक राकेटों का जोरों से हो रहा है उत्पादन-सतीश उपाध्याय (सीनियर एडिटर)

तेलअवीव
इजरायल पर हजारों की तादाद में रॉकेट की बारिश करके दुनिया को भौचक करने वाला फलस्‍तीनी उग्रवादी गुट हमास एक बार फिर से तबाही मचाने की तैयारी में जुट गया है। हमास ने इजरायल के ज्‍यादातर हिस्‍सों में मार करने में सक्षम नए रॉकेट का प्रॉडक्‍शन फिर से शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि हमास एक बार फिर से हजारों की तादाद में रॉकेट का जखीरा तैयार कर रहा है।
तासनिम न्‍यूज एजेंसी ने हमास के राजनीतिक ब्‍यूरो फतही हमद के हवाले से यह जानकारी दी है। कई दिनों तक चले बमबारी और हमले के बाद इजरायल और फलस्‍तीन के बीच मिस्र की मध्‍यस्‍थता में पिछले दिनों सीजफायर समझौता हुआ है। हमद ने कहा, ‘हमारी फैक्‍ट्री और वर्कशॉप ने एक बार फिर से अल कद्स और तेल अवीव में नेतन्‍याहू की कट्टरता को रोकने के लिए हजारों रॉकेट का निर्माण फिर से शुरू कर चुके हैं।’

हमास की ओर से 4 हजार से अधिक रॉकेट दागे गए
हमास और इजरायल के बीच 10 मई को उस समय भीषण संघर्ष शुरू हो गया था जब पूर्वी यरुशलम में अरब मूल के लोगों और इजरायली पुलिस के बीच कोर्ट के एक आदेश को लेकर झड़प शुरू हो गई। इस आदेश में फलस्‍तीनी परिवारों को शेख जर्राह से जाने को कहा गया था। इसके बाद हमास और इजरायल की सेना में भीषण संघर्ष शुरू हो गया। इजरायल का दावा है कि हमास की ओर से 4 हजार से अधिक रॉकेट दागे गए।
यह संघर्ष कुल 11 दिनों तक चला और केवल गाजा पट्टी में ही 243 लोग मारे गए। इसमें 66 बच्‍चे भी शामिल थे। इजरायल के भी 12 लोग मारे गए। एक भारतीय नर्स की भी इस हमले में मौत हो गई थी। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने स्वीकार किया है कि फिलिस्तीनी आतंकियों के साथ हुई झड़प के दौरान उसके डिफेंस सिस्टम ने खुद के ही ड्रोन को मार गिराया था।

यूएवी को पहचानने के लिए व्यापक फेरबदल करने की तैयारी
इस एल्बिट स्काईलार्क ड्रोन को इजरायली सेना की ही एक विंग खुफिया जानकारी जुटाने के लिए इस्तेमाल कर रही थी। जिसे आयरन डोम बैटरी ने हमास का रॉकेट समझ मिसाइल फायर कर मार गिराया। इस घटना के बाद से ही इजरायली सेना में ड्रोन ऑपरेशन और दुश्मनों की यूएवी को पहचानने के लिए व्यापक फेरबदल करने की तैयारी की जा रही है।

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