इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

PM सुरक्षा चूंक में एक और चौंकानें वाली रिपोर्ट आई सामने, ADGP लाॅ एंड आर्डर ने पहले ही संबंधित अधिकारियों और सरकार को इस भावी घटना से संबंधित तीन रिपोर्ट और निर्देश भेज चुके थे, इसके बावजूद भी इस रिपोर्ट को नजरअंदाज किया गया, साबित होता है कि पंजाब पुलिस को ठीक से नहीं किया जा रहा लीड – चंद्रकांत मिश्र (एडिटर इन चीफ)


PM का सुरक्षा काफिला जाम में रूका हुआ (फाईल फोटो)

चंडीगढ़/नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री मोदी के बीते बुधवार को पंजाब दौरे में सुरक्षा में चूक को लेकर अब एक चौंकानें वाली रिपोर्ट सामने आई है,जिसमें कहा जा रहा है कि पंजाब पुलिस के ADGP लॉ एंड ऑर्डर ने तीन बार पंजाब सरकार को किसानों के धरने से रोड ब्लॉक होने के बारे में चेताया था और इसके लिए “ब्लू बुक” के नियमानुसार राज्य पुलिस को रूट डायवर्जन प्लान बनाने के लिए भी निर्देश दिया था,जो कि यह 1,3 और 4 जनवरी को ही यह पूरा रिपोर्ट और निर्देश भेज दिया गया था,लेकिन रिपोर्ट और संबधित निर्देश के प्रति घोर लापरवाही बरती गई।

बताते चले कि बीते 1 जनवरी को ADGP की ओर से इंटरनल मेमो में कहा गया था कि 5 जनवरी को बारिश की संभावना की वजह से CM और दूसरे VIPs सड़क मार्ग से आ सकते हैं। खासकर चंडीगढ़ से फिरोजपुर सेक्टर का इस्तेमाल हो सकता है। इसके लिए एडवांस में रूट अरेंजमेंट्स की प्लानिंग करने को कहा गया था।

वहीं ADGP ने अपनी दूसरी रिपोर्ट को 3 जनवरी को एक और इंटरनल मेमो भेजा गया,जिसमें कहा गया कि फिरोजपुर में गन्ने के खेत, नहर और ट्यूबवैल हैं। यहां पर भी पुलिस फोर्स की तैनाती के बारे में विचार किया जाए। इसमें यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया था कि प्रदर्शनकारी रैली का रूट ब्लॉक न करें।

इसके बाद एडीजीपी ने अपनी रिपोर्ट में अतिरिक्त वैकल्पिक रूट बनाएं जाने को लेकर जोर देते हुए यह भी साफ किया कि राष्ट्रविरोधी तत्वों,टिफिन बम,ग्रेनेड,IED की फोटो भी वरिष्ठ अधिकारियों को देने को कहा गया था,ताकि वे अपने अधीनस्थ ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को इसे दिखा सकें,इसके अलावा रूट पर पुलिसकर्मियों के ग्रुप और मोबाइल टीमों के रूप में तैनाती के लिए भी कहा गया, ताकि जरूरत पड़ने पर यह फोर्स वहां से जाम को हटा सकें।

इसके बाद PM की विजिट से ठीक 24 घंटे पहले यानि 4 जनवरी के इंटरनल मेमो में ADGP ने साफ निर्देश दिया था कि किसानों की मूवमेंट पर पूरी नजर रखने की आवश्यकता है,और इन्हें किसी भी तरह से फिरोजपुर रैली को बाधित न करने दिया जाए। इस दौरान इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि धरने की वजह से रोड ब्लॉक हो सकता है। इसलिए एडवांस में जरूरी ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार करें।

अब इस घटना में पंजाब पुलिस के साथ-साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भी सवालों के घेरे में आ गए है,और इस घटनाक्रम में मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी खुद को जस्टिफाई करते हुए उल्टा प्रधानमंत्री को ही कटघरे में खड़ा करने की कोशिश करते हुए कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी को हवाई मार्ग से जाना था,अचानक उन्होंने रोड से जाने का प्लान बना लिया। लेकिन यहां बड़ा सवाल उठता है कि जब राज्य पुलिस का एक बड़ा अधिकारी जो कि राज्य का लाॅ एंड आर्डर को लीड करता है उसके द्वारा भेजे गए उसके तीनों रिपोर्ट को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया,जो कि साबित करता है कि पंजाब पुलिस को बेहतर तरीके से लीड नहीं किया जा रहा है। जब दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री को सुरक्षित यात्रा वन साइड भी नहीं कराया जा सका तो इस राज्य के नागरिकों का भगवान ही भला करें।

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