सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली। रणनीति कहती है कि शांति काल में दुश्मन की तरफ से और भी अधिक सतर्क रहने की जरूरत रहती है। जहां इसी नीति के आधार पर “सीक्रेट ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह लगातार दुश्मन की तमाम गतिविधियों पर नजर बनाये हुए हैं। जहां इसी कड़ी में सीक्रेट ऑपरेशन चीन के अवैध कब्जे से भारत की ओर बहने वाली “ब्रम्हपुत्र नदी” पर विशेष ध्यान दे रहा है, ऐसे में हमें दुश्मन की तरफ से होने वाली तमाम संभावित खतरे को लेकर पहले से ही अलर्ट रहने की जरूरत है।
क्योंकि, चीन वहीं देश है जो अपने यहां तमाम ऐसी प्रयोगशालाएं स्थापित कर रखा है जिनमें तमाम कीटाणु बमों को विकसित करने के लिए लगातार तमाम प्रयोग होते रहे हैं। जिसमें अभी हाल ही में कोरोना वायरस के रूप में महामारी लगभग पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था, जिसकी खुद अमेरिकी ऐजेंसियों ने अपनी जांच में इसे चीनी साजिश तक करार कर दिया था। अर्थात, चीन अपने फायदे के लिए बायोवेपन जैसे घातक हथियारों को किसी के भी खिलाफ कभी भी इस्तेमाल कर सकता है।
ऐसे में वह भारत के खिलाफ पहले से ही तमाम साजिशे रचता रहता है, जहां इसी कड़ी में ब्रम्हपुत्र नदी जो कि अवैध रूप से चीन के कब्जे में है, जिसके जल को बेहद कांफिडेंसियल प्रोटोकॉल के तहत भारतीय ऐजेंसियों को समय समय पर जांच करते रहना चाहिए, क्योंकि चीन पर कभी भी भरोसा नहीं किया जा सकता है। बता दे कि चीन के अवैध कब्जे से भारत की ओर बहने वाली यह नदी देश के पूर्वोत्तर कई राज्यों में से होकर बंगाल की खाड़ी तक जाती है, ऐसे में यदि इसके जल में दुश्मन की तरफ से कोई साजिश रची गई तो इसका नुकसान सिर्फ और सिर्फ भारत को ही होगा। इसलिए सावधानी बहुत आवश्यक है।
गौरतलब है कि बीते कुछ सालों से दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध की चपेट में दिन ब दिन आती ही चली जा रही है। जहाँ इस दौरान पेंटागन रूस-यूक्रेन युध्द के अलावा मध्य पूर्व में भी उलझा हुआ है, इतना ही नहीं ताइवान संकट के साथ साथ कोरियाई प्रायद्वीप का भी संकट अमेरिका के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही है, ऐसे में अमेरिका लगातार चीन की घातक साजिशों को लेकर अलर्ट व चेतावनी जारी करता रहा है।