इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

महाकुंभ में खलल पैदा किये जाने संबंधी “पन्नू” की कथित धमकी पर “सीक्रेट ऑपरेशन” की अब तक की बड़ी पड़ताल – चंद्रकांत मिश्र (एडिटर इन चीफ)


सांकेतिक तस्वीर।

नई दिल्ली/प्रयागराज। हाल ही में देश में यूपी के पीलीभीत जिले में पंजाब पुलिस और यूपी पुलिस के एक ज्वाइंट ऑपरेशन में “खालिसतान जिंदाबाद फोर्स” आतंकी संगठन के 3 कथित आतंकियों को ढेर किये जाने के बाद ही कई अलगाववादी समूहों ने इस आपरेशन की घोर निंदा करने के साथ-साथ भारत के खिलाफ आग भी उगले,इतना ही नहीं देश के खिलाफ कई तरह की खतरनाक धमकी भी दिये।

जहां इन आतंकी समूहों में एक “सिक्ख फार जस्टिस” का सरगना गुरूपतवंत सिंह “पन्नू” ने भी प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ आयोजन में बड़ी खलल पैदा करने की बड़ी धमकी दी है, जहां इस धमकी का एक विडियो भी जारी किया गया है, जिसमें वह इस महाकुंभ के कई महत्वपूर्ण स्नान पर्व को टारगेट करने का धमकी देते हुए साफ तौर पर देखा व सुना जा सकता है। हालांकि यह पन्नू की ऐसी कोई पहली धमकी नहीं है, इससे पहले भी वह इस तरह की कई खोखली धमकी दे चुका है, जिसमें अयोध्या मंदिर से लेकर एअर इंडिया को उड़ाने की धमकी भी शामिल हैं।

फिलहाल, अब तक उसके द्वारा दिये गए इस तरह की सभी धमकियां सिर्फ खोखली हीं साबित हुई है। लेकिन सवाल इस बात का है कि वह ऐसी खोखली धमकी क्यों देता रहता है ? इस सवाल का संतोषजनक जवाब अभी तक देश की कोई भी सुरक्षा ऐजेंसी नही दे सकी है। वहीं, पन्नू के इस ताजे धमकी की साथ-साथ इसके पूर्व धमकियों को लेकर “सीक्रेट ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह ने एक बड़ी रिसर्च किया है, जहां इस विश्लेषण में हमने पन्नू से जुड़े कई महत्वपूर्ण तथ्यों के साथ-साथ कई अन्य महत्वपूर्ण रिपोर्ट का भी बेहद गंभीरता से अध्ययन किया है, जिसमें प्रथम दृष्ट्या यह स्पष्ट होता है कि पन्नू एक स्पेशल प्लान के तहत हीं इस तरह की धमकियों को जारी करता है।

लेकिन, भाग्य के साथ न देने के कारण पन्नू हर बार अपनी जग हंसाई कराता है, दरअसल हमारी पड़ताल में यह पता चला है कि वह ऐसा इसलिए करता है कि वह यह समझता कि तमाम ऐसे लोग जो कि उसके अलगाववादी विचार धारा के समर्थक देश और दुनिया भर में फैले हुए हैं, जो कि उसके इस धमकी को एक धार्मिक आदेश के रूप में लेकर उसके द्वारा निश्चित किये हुए तारीखों पर कोई हमला करते हैं तो वह अपने लोगों के बीच में बड़े ही आराम से हिरो साबित होने के साथ-साथ, नई दिल्ली पर भी दबाव बनाने में सफल हो सकता है।

लेकिन, अभी तक उसकी यह मंशा पूरी नहीं हो सकी है। जहां ऐसे में असफल होने पर वह अपनो के बीच खुद को जसटीफाई करने के लिए कई तरह के बहाने बनाकर आसानी से निकल जाता है। मतलब, कुल मिलाकर वह बिना किसी लिंक-अप के यानि हवा-हवाई तरीके से अपनी धमकियों को अमल में लाने के लिए इस तरह की खोखली धमकियों का सहारा लेता रहता है। लेकिन अभी तक ऐसा हो नहीं सका है। यदि कभी संयोगवश उसकी किसी धमकी पर कोई घटना घट भी जाती है तो वह कानूनी रूप से ठोस साक्ष्य के अभाव में वह निर्दोष भी साबित हो सकता है। मतलब, दोनों हाथों में लड्डू लेकर बैठा है। यानि खुद को बचाते हुए वह इस तरह का खेल,खेल रहा है।

फिलहाल, “सीक्रेट ऑपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह ने गुरूपतवंत सिंह पन्नू के इस धमकी के कई दिन पहले ही महाकुंभ के सकुशल संपन्नता के लिए भारतीय खुफिया एजेंसी “राॅ” के साथ कई विदेशी खुफिया ऐजेंसियों की एक स्पेशल ज्वाइंट ऑपरेशन के बारे में एक रिपोर्ट पब्लिक कर चुका है। क्योंकि,इस महाकुंभ में देश और दुनिया भर से करीब 45 करोड़ से अधिक लोगों की एक विशाल भीड़ इकट्ठा होने का अनुमान है तो ऐसे में यूपी पुलिस यहां की सिक्योरिटी को एक बड़े टास्क के रूप में फालो कर रही है, इतना ही नहीं देश के अन्य सभी राज्यों की पुलिस व अन्य राज्य स्तरीय ऐजेंसियां भी यूपी पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके इस महाकुंभ की सुरक्षा को देख रही है। तो ऐसे में देश विरोधी ताकते महज खोखली धमकियों तक ही सीमित रहने के लिए मजबूर रहेंगी। और इस तरह की धमकियों को काउंटर करने के लिए भारतीय ऐजेंसियां लगातार सक्रिय व सजग है।

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