सांकेतिक तस्वीर।
वाशिंगटन/बीजिंग। अमेरिका ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बीजिंग आज भी उसका दबाव मानता है। बता दे कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को कहा कि सोलोमन द्वीप में चीन कोई सैन्य अड्डा नहीं बनाने जा रहा है। दरअसल,दक्षिण प्रशांत द्वीप से जुड़े देशों के दौरे पर गए वांग यी ने कहा कि चीन द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की शुरूआत कर रहा है।
इस दौरान वांग यी ने साफ किया कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग जारी है और ये एक दूसरे पर थोपा नहीं गया है और ना ही किसी तीसरे पक्ष को निशाना बनाकर किया गया है। बता दे कि इससे पहले अमेरिका ने बीते शुक्रवार को सोलोमन द्वीप और चीन के बीच हुए समझौते पर चीन को अब तक की सबसे बड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन वहां कोई सैन्य उपस्थिति रखता है तो अमेरिका इसका कड़ा जवाब देगा,माना जा रहा है कि अमेरिका के कड़े रूख के चलते हीं चीन झुक गया।
जबकि इससे पहले इसी साल के अप्रैल में सोलोमन द्वीप समूह ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि चीन के साथ सुरक्षा सहयोग पर हस्ताक्षर के बाद उठाई गई अटकलों के बाद वह किसी भी विदेशी देश को देश में सैन्य ठिकाने बनाने की अनुमति नहीं देगा। गौरतलब है कि 18 मार्च को दोनों देशों के बीच समझौते के मुताबिक सोलोमन द्वीप चीन को सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी जमीन का इस्तेमाल करने देगा।