सांकेतिक तस्वीर।
कीव/वाशिंगटन। रुस-यूक्रेन जंग के दौरान यूक्रेन अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। जहां इस अवसर पर अमेरिका,यूक्रेन को अब तक का सबसे सैन्य संसाधन देने जा रहा है,जिसे अमेरिका की तरफ से इस संसाधन को यूक्रेन के लिए उसके स्वतंत्रता दिवस पर एक बड़ा तोहफा समझा जा रहा है। हालांकि अमेरिका पहले से ही लगातार यूक्रेन को तमाम तरह के सैन्य संसाधनों की आपूर्ति करते चला आ रहा है।
बता दे कि अमेरिका,यूक्रेन के सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण व हथियार मुहैया कराने के लिए तीन अरब डॉलर की सहायता प्रदान करने की घोषणा करने जा रहा है। दरअसल,यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को छह महीने बीत गए हैं,जहां इस जंग के दौरान यूक्रेन युद्ध अपना पहला स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है।
वही,अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि इस धनराशि से यूक्रेन के लिए ड्रोन,हथियार और अन्य उपकरण खरीदे जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार नए पैकेज का उद्देश्य मोटे तौर पर यूक्रेन को मौजूदा एवं भविष्य की जरूरतों के मद्देनजर रक्षा उपकरण मुहैया कराना है।
गौरतलब है कि अमेरिका ने इस जंग में पिछले छह महीनों में मार्च से सितंबर तक यूक्रेन को सैनिकों की वर्दी,नाइट विजन उपकरण और संचार उपकरण के लिए 32 मिलियन डॉलर दिए हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने यूक्रेन को M142 HIMARS रॉकेट सिस्टम, एम777 होवित्जर, गोला-बारूद, स्ट्रिंगर मिसाइल, हार्पूर मिसाइल, सैनिकों के लिए वर्दी, सैन्य राशन की बड़ी खेप भी सौंपी है। जिस वजह से यूक्रेन,रूस को तगड़ा नुकसान पहुंचा रहा है।
अमेरिका से मिले हथियारों के दम पर हीं यूक्रेनी सेना ने रूस को भारी नुकसान पहुंचाने में सफल हो सकी है। यही कारण है कि रूस अभी तक अपने से कहीं ज्यादा कमजोर यूक्रेन को हरा नहीं पाया है। क्योंकि युद्ध की शुरुआत में ही माना जा रहा था कि रूस की ताकत के आगे यूक्रेन टिक नहीं सकेगा,लेकिन उसने अमेरिकी और दूसरे नाटो देशों से मिले हथियारों के दम पर रूसी सेना को तगड़ी चोट पहुंचाई है। मालूम हो कि वर्ष 2014 से ही अमेरिका इस तरह की सैन्य मदद यूक्रेन को लगातार पहुंचा रहा है। चूंकि 2014 में रूस ने यूक्रेन पर हमला करके उससे क्रीमिया छीन लिया था।