इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

वैश्वविक तनातनी के बीच चीन से आई हड़कंप मचाने वाली रिपोर्ट, 052-D टाइप की घातक विध्वंसक बनाने में जुटी चीनी नौसेना – सतीश उपाध्याय/रविशंकर मिश्र


सांकेतिक तस्वीर।

बीजिंग। दुनिया की एक बड़ी नौसेना को लीड करने वाला चीन अब तेजी से अपनी नौसैनिक क्षमता को और भी अधिक बढ़ाने में जुट गया है। बता दे कि चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही डालियान शिपयार्ड की एक तस्वीर ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है। इस तस्वीर में लियाओनिंग प्रांत के डालियान शिपयार्ड में एक साथ पांच की संख्या में लुयांग III क्लास के टाइप 052डी विध्वंसक बनते हुए नजर आ रहे हैं। टाइप 052डी नी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी में शामिल गाइडेड मिसाइल विध्वंसक हैं। इस विध्वंसक का डिस्प्लेसमेंट 7500 टन है। 157 मीटर लंबा यह विध्वंसक 130 मिलीमीटर की गन के अलावा, शॉर्ट रेंज की 24 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, 64 लॉन्ग रेंज सरफेस टू एयर, एंटी शिप और एंटी सबमरीन मिसाइलों से लैस है। इसकी गिनती दुनिया के सबसे शक्तिशाली और बड़े युद्धपोतों में की जाती है।

दरअसल,एक मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि चीन में शंघाई के उत्तर-पूर्व में जियांगन चांगक्सिंग शिपयार्ड में कम से कम एक और टाइप 052 विध्वंसक निर्माणाधीन है। टेक्टिकल क्रूज मिसाइलों और टॉरपीडो से लैस ये 6 विध्वंसक चीनी नौसेना के मौजूदा 25 टाइप 052 विध्वंसक बेड़े में शामिल होंगे। हालांकि,इस खुलासे को लेकर अभी तक बीजिंग ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दिया है।

वहीं,चीन के ग्लोबल टाइम्स ने चीनी रक्षा विशेषज्ञों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि चीन 2035 तक अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को आधुनिक बनाने की योजना बना रहा है। मौजूदा अशांत वैश्विक सुरक्षा वातावरण में यह अप्रत्याशित नहीं है कि चीन वास्तव में अधिक उन्नत युद्धपोतों का निर्माण कर रहा है। बता दे कि चीनी नौसेना ने पिछले 8 साल में बेहद तेजी के साथ अपनी ताकत बढ़ाई है। यही कारण है कि संख्या के मामले में चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी नौसैना है। हालांकि, फायर पावर के मामले में अमेरिका अब भी चीन के कई कदम आगे है।

एक रिपोर्ट्स में बताया गया है कि चीनी नौसेना के पास इस समय कुल 777 युद्धपोत हैं। वहीं,अमेरिकी नौसेना के पास 490 और ब्रिटिश नौसेना के पास 73 युद्धपोत हैं। अमेरिकी नौसेना में कुल 92 विध्वंसक हैं, जबकि चीनी सेना में इनकी संख्या सिर्फ 41 है। विध्वंसक कई तरह की समुद्र में कई तरह की गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं। एयरक्राफ्ट कैरियर और हेलिकॉप्टर कैरियर के बाद विध्वंसक किसी भी देश की नौसेना की तीसरे सबसे ताकतवर उपकरण होते हैं। ये दुश्मन के इलाके पर गन और मिसाइलों से हमला करने के अलावा, पनडुब्बी रोधी मिशन को भी अंजाम दे सकते हैं। इनके द्वारा दुश्मन के जल क्षेत्र को पूरी तरह से ब्लॉक किया जा सकता है।

टाइप 052D क्लास का युद्धपोत दुनिया के सबसे बड़े और सबसे सक्षम विध्वंसक में से एक है। इस युद्धपोत को चाइनीज एजिस के नाम से भी जाना जाता है। चीनी नौसेना के लिए दो अलग-अलग शिपयॉर्ड टाइप 052D विध्वंसक का निर्माण कर रहे हैं। इस क्लास के पहले युद्धपोत को 2014 में पहली बार तैनात किया गया था। आकार में बड़ा होने के बावजूद रडार क्रॉस-सेक्शन कम होने से यह रडार पर कम ही नजर आता है। इसके दो 32 वर्टिकल लॉन्च सेल कई तरह की मिसाइलों को लॉन्च कर सकते हैं। इसमें शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस के लिए एचएचक्यू -10 लांचर को तैनात किया गया है। चीन का दावा है कि यह युद्धपोत मैक-4 की गति से आने वाली एंटी शिप मिसाइलों को रोक सकता है।

फिलहाल,वैश्वविक तनातनी के बीच चीन के इस ताजा गतिविधि की रिपोर्ट सामने आने पर दुनिया में हड़कंप सा मच गया है। अब यहां सवाल उठता है कि इस रिपोर्ट्स को कही जानबूझकर तो सोशल मीडिया पर नहीं वायरल किया गया है ? अथवा ऐसे ही लीक हो गई रिपोर्ट ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *