
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप फाईल फोटो,साभार (सोशल मीडिया)
वाशिंग्टन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा में स्थित घर पर करीब दो सप्ताह पूर्व अमेरिकी जांच ऐजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (एफबीआई) ने छापेमारी के दौरान कुछ टॉप सीक्रेट सरकारी दस्तावेज बरामद किए थे। जहां यह भी दावा किया गया था कि ये दस्तावेज परमाणु हथियारों से जुड़े हुए थे। जिस संबंध में FBI ने अब साफ कर दिया कि ट्रंप के घर तलाशी के दौरान अति गोपनीय दस्तावेज बरामद किए गए थे,हालांकि अमेरिकी ऐजेंसी ने परमाणु हथियारों से संबंधित दस्तावेजों का उल्लेख नहीं किया।
बता दे कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने गुप्त दस्तावेजों को अपने आवास में रखकर जासूसी अधिनियम का उल्लंघन किया है। एफबीआई एजेंटों ने संघीय मजिस्ट्रेट द्वारा अनुमोदित वारंट के आधार पर ट्रंप के आवास की तलाशी ली थी। इसके चार दिन बाद एजेंसी ने कानूनी दस्तावेजों को लेकर कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए थे।
वहीं,अब अमेरिकी न्याय विभाग ने साफ कर दिया है कि जो दस्तावेज आमतौर पर विशेष सरकारी सुविधाओं में सुरक्षित रहने चाहिए थे, वो ट्रंप के पास कैसे मौजूद थे ? साथ ही बताया कि इस तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर नुकसान हो सकता था। वहीं ट्रंप अगर इस मामले में दोषी पाए जाते हैं तो उनको कम से कम पांच साल तक की जेल की सजा हो सकती है। फिलहाल,जिस तरह से ट्रंप पर शिकंजा कसता नजर आ रहा है उससे यह तो साफ है ट्रंप बहुत जल्द जेल जा सकते हैं।
