इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

रूस-यूक्रेन जंग के बीच भूमध्य सागर में बेहद खतरनाक परमाणु मिसाइलों से लैश रूसी पनडुब्बी की मौजूदगी की रिपोर्ट आई सामने, नाटों देशों में मचा हड़कंप – सतीश उपाध्याय/रविशंकर मिश्र


सांकेतिक तस्वीर।

मॉस्को। रूस-यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग के दौरान अब रूस द्वारा अपनी महाशक्तिशाली पनडु्ब्बी “सेवेरोडविंस्क” को भूमध्य सागर में तैनात किये जाने की रिपोर्ट सामने आई है। जिसे रणनीतिक तौर पर नये बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह सेवेरोडविंस्क पनडुब्बी बेहद खतरनाक क्रूज मिसाइलों से लैस है,और ये कैलिबर क्रूज मिसाइलें अपने टारगेट को 1500 से 2000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर नेस्तनाबूद करने की क्षमता रखती हैं। बता दे कि रूस की यह खतरनाक पनडुब्बी इटली के तट से दूर नाटों देशों के एकदम प्रवेश द्वार पर तैनात है। ऐसे में नाटो देशों के लिए यूक्रेन युद्ध से ज्यादा अपनी समुद्री सीमा की रखवाली करने की चिंता बढ़ गई है।

सेवेरोडविंस्क पनडुब्बी परमाणु शक्ति संचालित है और इसे लंबे समय तक सतह पर आने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। यही कारण है कि नाटों देश इस पनडु्ब्बी की लाइव लोकेशन जानने को लेकर बेचैन हैं। उन्हें डर है कि रूस की यह पनडुब्बी उनके समुद्री सीमा के अंदर घुसपैठ कर रेकी मिशन को अंजाम दे सकती है। इससे इन देशों की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है।

दरअसल,पनडुब्बी विशेषज्ञ एच आई सटन ने ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के हवाले से यह दावा किया है कि रूस ने भूमध्य सागर में इस पनडुब्बी को अब तैनात कर दिया है। जो कि आने वाले दिनों में नाटों देशों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।

वहीं,इसी कड़ी में एक और भी चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि इस पनडुब्बी ने 24 अगस्त को भूमध्य सागर छोड़ा था अब यह स्पष्ट नहीं है कि रूसी पनडुब्बी उस इलाके में कब से मौजूद है ? ऐसे में यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि हो सकता है कि सेवेरोडविंस्क पनडुब्बी भूमध्य सागर इलाके में तब से अभी तक मौजूद हो। फिलहाल,रूस के इस पनडुब्बी को लेकर नाटों देशों की धुकधुकी बढ़ गई है,चूंकि यह परमाणु क्षमता से लैश है,ऐसे में नाटों देशों की नौसेनाए बेहद सतर्कता के साथ इस पर पूरी नजर बनाने की कोशिश कर रही है।

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