एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

रुस-यूक्रेन जंग के बीच अब आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच फिर से छिड़ी भीषण जंग, जिसमें 49 आर्मेनियाई सैनिकों की हुई मौत, रूस का बढ़ा सिरदर्द – हेमंत सिंह/नित्यानंद दूबे


सांकेतिक तस्वीर।

मॉस्को/येरेवान। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अब आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच एक बार फिर से भीषण संघर्ष शुरू होने की रिपोर्ट सामने आई है,जो कि यह लड़ाई सिर्फ रूस का सिरदर्द बढ़ाने का काम कर रही है। बताया जा रहा है कि दोनों ही देशों की तरफ से एक-दूसरे के विरूद्ध भीषण गोलाबारी किये है। जहां आर्मेनिया के प्रधानमंत्री के हवाले से दावा किया गया है कि अजरबैजान के हमले में आर्मेनिया के 49 सैनिकों की मौत हो गई है। बता दे कि रातभर की गोलाबारी के बाद अब आर्मीनिया और रूस दोनों ही सीमा पर हालात को स्थिर करने के लिए सहमत हो गए हैं। आर्मेनिया का आरोप है कि तुर्की के घातक ड्रोन से लैस अजरबैजान के सैनिक उनके क्षेत्र में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।

वहीं,यह भी खबर है कि आर्मेनिया के काउंटर हमले में कई अजरबैजानी सैनिक भी मारे गए हैं। हालांकि मरने वाले अजरबैजानी सैनिकों की संख्या की पुष्टि नहीं हो सकी है। इससे पहले साल 2020 में अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच नागर्नो-काराबाख को लेकर कई दिनों तक जंग हुई थी। दोनों ही पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले को भड़काने का आरोप लगाया था। आर्मेनिया के रक्षा मंत्रालय ने ताजा बयान में कहा है कि अजरबैजान ने आर्मीनिया की सेना के ठिकानों पर रात में जोरदार गोलाबारी की है।

इस ताजे जंग में आर्मेनिया ने कहा कि अजरबैजान अपने ड्रोन विमानों का इस्‍तेमाल हमले के लिए कर रहा है जिसे तुर्की ने उसे दिया है। इससे पहले साल 2020 की जंग में भी तुर्की के ये ड्रोन विमान आर्मेनिया की हार के कारण बने थे। उसने कहा कि आर्मेनिया की सेना ने अजरबैजान के हमले का माकूल जवाब दिया है। उधर,अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने भी आरोप लगाया है कि आर्मेनिया उसके इलाके में विनाशक हमले कर रहा है। उसने दावा किया कि अजरबैजान के कई सैन्य ठिकाने इस गोलाबारी की चपेट में आने से बुरी तरह से नष्ट हो गए हैं।

अजरबैजान ने भी कहा है कि उसके भी कई सैनिक हताहत हुए हैं लेकिन उसने संख्‍या नहीं बताई। उधर,इस जंग को लेकर दोनों देशों के बीच मध्‍यस्‍थता कर रहे रूस पर सबकी नजरें हैं जो आर्मेनिया का घनिष्‍ठ सहयोगी है। इस बीच अमेरिका ने कहा है कि वह हमलों की खबरों से बहुत चिंत‍ित है। अमेरिका ने कहा कि इस विवाद का सैन्‍य समाधान नहीं हो सकता है। उधर, अजरबैजान के सहयोगी तुर्की ने आर्मेनिया से कहा है कि वह भड़काऊ कार्रवाई बंद करे और अजरबैजान के साथ सहयोग करे। फिलहाल इस ताजे जंग ने रूस का सिरदर्द बढ़ा दिया है,क्योंकि रूस इस समय यूक्रेन में बैकफुट पर है। ऐसे में रूस खुद को संभाले या आर्मेनिया को।

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