साभार-(सोशल मीडिया)
तेहरान। ईरान ने घातक मिसाइलों से लैस ड्रोन्स की फोटो जारी की है। इतना ही नहीं तेहरान ने अपने पास दुनिया के सबसे घातक ड्रोन्स होने का दावा भी किया है और यह भी कहा गया कि ये ड्रोन्स एक सीक्रेट बेस में रखे गए हैं।
हालांकि,ईरान ने इस अंडरकवर बेस की लोकेशन के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दी,रिपोर्ट्स में बस इतना ही कहा गया कि ये बेस केर्मंनशाह शहर से 40 मिनट की दूरी पर हो सकता है। बता दे कि ईरान ने 1980 में ड्रोन बनाना शुरू किया था। उस समय ईरान-ईराक के बीच भीषण युद्ध छिड़ा हुआ था।
वहीं,ईरान के मेजर जनरल मौसवी के हवाले से दावा किया गया कि ईरानी सेना के ड्रोन्स किसी भी स्थिति में तुरंत काउंटर अटैक करके दुश्मन के होश उड़ाने के लिए तैयार हैं। जहां हम लगातार अपने ड्रोन्स को अपडेट कर रहे हैं।
जहां तक हम समझते हैं कि ईरान द्वारा अपने इन हथियारों को इस तरह से सार्वजनिक करने का दो उद्देश्य हो सकता है,एक तो रूस-यूक्रेन जंग के बीच टर्की के निर्मित Dron को यूक्रेन लगातार उपयोग कर रहा है जो कि रूसी फौज पर भारी पड़ रहा है,जिस वजह से जंग में रूस के करीब हजारों टैंक बर्बाद हो गए जिस वजह से टर्की की पब्लिसिटी बढ़ गई ऐसे में ईरान खुद को पीछे महसूस कर रहा था जबकि ईरान वर्ष 1980 से ही इस हथियार पर काम कर रहा है ऐसे मे शक्ति प्रदर्शन जरूरी समझा गया,वहीं दूसरा कारण इजरायल और अमेरिका से बढ़ता तनाव।