सांकेतिक तस्वीर।
प्योंगयांग/सियोल। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अब उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में हालात दिन ब दिन बेहद विस्फोटक होते जा रहे हैं। उत्तर कोरिया के मिसाइल दागने और फाइटर जेट उड़ाने के बाद अब दक्षिण कोरिया भी ऐक्शन मोड में आ गया है। बता दे कि उत्तर कोरिया के 10 फाइटर जेट दक्षिण कोरिया की सीमा के पास आने पर दक्षिण कोरिया ने भी अपने लड़ाकू विमानों को भी भेज दिया। वहीं उत्तर कोरिया ने इसके जवाब में मिसाइल फायर किया है। उत्तर कोरिया के लगातार मिसाइल परीक्षण और फाइटर जेट भेजने से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बहुत विस्फोटक होता जा रहा है।
वहीं,इन दोनों देशों के बीच जारी तनावपूर्ण स्थिति के चलते दक्षिण कोरिया ने एक बयान जारी करके कहा है कि उत्तर कोरियाई फाइटर जेट कोरियाई सीमा पर बनाए गए सैन्य रेखा से मात्र 25 से लेकर 12 किमी की दूरी पर पीला सागर में उड़ान भर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि यह घटना गुरुवार और शुक्रवार के बीच हुई। इतना ही नहीं दक्षिण कोरिया ने यह भी दावा किया कि दुश्मन के लड़ाकूं विमानों को अंतर कोरियाई सीमा के पूर्वी हिस्से में में देखा गया है। साउथ कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया को करारा जवाब देने के लिए उसने सबसे घातक अमेरिकी एफ-35 फाइटर जेट को भेजे थे।
इससे पहले दक्षिण कोरिया के अपने फाइटर जेट को सीमा पर उड़ाने के बाद उत्तर कोरिया ने एक कम दूरी तक मार करने वाली मिसाइल दागी थी। इससे यहां तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। उत्तर कोरिया इस साल लगातार नई मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है और अमेरिका, जापान तथा साउथ कोरिया को धमकी दे रहा है। उधर,साउथ कोरिया के नैशनल सिक्यॉरिटी काउंसिल ने भी उत्तर कोरिया के तनाव भड़काने की निंदा की है और कहा कि यह द्विपक्षीय सैन्य संधि का उल्लंघन है। इससे पहले किम जोंग उन ने टैक्टिकल न्यूक्लियर बम को प्राथमिकता के आधार बनाने का ऐलान किया था। मालूम हो कि उत्तर कोरिया ने पिछले दिनों दक्षिण कोरिया के एयरपोर्ट पर टैक्टिकल परमाणु बम गिराने का अभ्यास किया था। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से कोरियाई प्रायद्वीप के बीच जारी भीषण तनातनी के दौरान अमेरिकी नौसेना बेहद सतर्कता के साथ पूरी नजर बनाये हुई है तथा भारी तैनाती भी की है। फिलहाल,कोरियाई देशों के बीच हालात पहले से कही अधिक तनावपूर्ण हो गया है।