इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट

भारत के खिलाफ दुश्मन की तरफ से बेहद खतरनाक साजिश रचने की रिपोर्ट आई सामने, भारी संख्या में चीनी जासूस भारत से सटे नेपाली इलाकें में है सक्रिय – अमरनाथ यादव/गौरव बरनवाल


फाईल फोटो, साभार -(इंडियन आर्मी के ईस्टर्न कमांड के ट्वीटर से)

नई दिल्ली/काठमांडू। अपने पड़ोसियों के खिलाफ हमेशा बेहद खतरनाक साजिश रचने में चीन आगे रहा है। जहां अब नेपाल सीमा पर चीन अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए लगातार सक्रिय है। खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि चीनी ऐजेंसियां नेपाल के अंदर भारत के सीमावर्ती इलाकों में बौद्ध धर्म का प्रचार, रेडियो के जरिए एजेंडा सेट करना, चीनी भाषा का प्रशिक्षण आदि अलग-अलग गतिविधियों से चीन अपनी पैठ बनाने की मुहिम में जुटी हुई है। कई जगहों पर नेपाल की जमीन हड़पने की गुपचुप कोशिश का भी खुलासा सामने आया है,जो कि भारत के साथ-साथ नेपाल के लिए भी खतरे की घंटी है।

दरअसल,भारतीय खुफिया ऐजेंसियों से जुड़े सूत्रों का कहना है कि नेपाल के करीब सात जिलों में चीन द्वारा अपना वर्चस्व बढ़ाकर भारत विरोधी गतिविधियों की जमीन तैयार करने की जानकारी भारतीय ऐजेंसियों को मिली है। चीन नेपाल के शैक्षणिक संस्थानों, मीडिया, सोशल सेक्टर के साथ-साथ पर्यटन के क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने में लगा है। नेपाल के कई स्कूलों के पाठ्यक्रम में चीनी भाषा के कोर्स पढ़ाए जा रहे है। नेपाल के कई अखबारों और रेडियो स्टेशन के माध्यम से चीन की प्रशंसा का एजेंडा तय किया जाता है। यहां तक कि नेपाली मीडिया के जरिए भारत के खिलाफ दुष्प्रचार भी किया जा रहा है।

इतना ही नहीं इन सूत्रों का यहां तक कहना है कि चीन की तरफ से नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में नए-नए रेडियो स्टेशन खोले गए हैं। नेपाल के लोगों में चीन के खिलाफ नाराजगी न बढ़े इसलिए कई स्वयंसेवी संगठनों की मदद भी ली जा रही ही। रेडियो कार्यक्रमों में चीन के दुनिया भर में बढ़ते प्रभाव और उसकी सफलता से जुड़ी कहानियों को सुनाया जाता है।

ये चीनी ऐजेंसियां कई एनजीओ के माध्यम से भारत से सटे नेपाल सीमा पर सक्रिय हैं। बता दे कि एनजीओ की आड़ में चीन के जासूस भारत से जुड़े सीमावर्ती इलाकों में अपना एजेंडा चला रहे हैं और यहां के इनपुट चीनी एजेंसियों तक पहुंचाए जाते हैं। एनजीओ से चीन शरणार्थी के रूप में रह रहे तिब्बतियों पर भी नजर रख रहा है।

पर्यटकों के रूप में भी चीनी जासूस नेपाल में खास एजेंडे के तहत भेजे जा रहे है। बड़ी संख्या में चीनी पर्यटक आने की वजह से नेपाल के पोखरा और थामोल जैसे कई इलाकों में चाइनाटाउन बन गए हैं। नेपाल के दोलखा, गोरखा, धारचुला, हुमला , सिंधुपालचौक, संखुवासभा, रसूवा जिलों में चीन द्वारा गुपचुप नेपाल की जमीन हड़पने की खबर है। फिलहाल, दुश्मन की सभी गतिविधियां भारतीय ऐजेंसियों की रडार पर है और उनके एक एक मूवमैंट पर भारतीय ऐजेंसियां पैनी नजर बनायी हुई है। रही बात दुश्मन को काउंटर करने की तो देरी नई दिल्ली की तरफ से हो रही है वर्ना बिना देर किये भारतीय ऐजेंसियां दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकती है।

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