साभार-(सोशल मीडिया)
इंफाल। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में कई सालों से सक्रिय उग्रवादी संगठन ‘यूनाइटेड ट्राइबल लिबरेशन आर्मी’ के 14 उग्रवादियों ने बुधवार को राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह के सामने सशस्त्र सरेंडर कर दिया। बता दे कि उग्रवादियों ने इंफाल में फर्स्ट मणिपुर राइफल्स बटालियन के बैंक्वैट हॉल में ‘घर वापसी समारोह’ में सरेंडर किया है।
बताते चले कि उग्रवादी संगठन यूनाइटेड ट्राइबल लिबरेशन आर्मी (James) के इन उग्रवादियों ने अपने चीफ तोन्थांग सिंगसिट के साथ सीएम के सामने सरेंडर किया। इस दौरान दो एचके-33 राइफल, एक एके राइफल,कई अन्य छोटे हथियारों के साथ एक चीन हैंड ग्रेनेड पर भी सौंपा गये।
वहीं,राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा कि हिंसा स्थायी समाधान नहीं ला सकती है। उन्होंने बाकी लोगों से भी मुख्यधारा में लौटने और सामान्य जीवन जीने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘जो लोग घर वापसी चाहते हैं, उनके लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले ही सार्वजनिक रूप से घोषणा कर दी थी कि जघन्य अपराध में शामिल लोगों को छोड़कर सभी को किसी भी तरह के मामले या फिर प्राथमिकी से छूट दी जानी चाहिए ताकि वे अपना सामान्य जीवन जी सकें।’
इसी कड़ी में राज्य के मुख्यमंत्री ने आगे यह भी कहा कि जो लोग आत्मसमर्पण करते हैं और अपने हथियार डालते हैं,वे इस योजना के तहत लाभ उठा सकते हैं। जिनमें से आत्मसमर्पण करने वाले कैडर को 4 लाख रुपए का एकमुश्त वित्तीय अनुदान और तीन साल तक हर महीने 6000 रुपए का वजीफा शामिल है।
गौरतलब है कि पिछले साल मार्च में,थडौ पीपुल्स लिबरेशन आर्मी सहित अन्य विभिन्न 16 आतंकवादी संगठनों के 20 विद्रोहियों ने सरकार के सामने हथियार डाले थे। 2005 से,681 उग्रवादियों को पुनर्वास के लिए मंजूरी दी गई थी और इनमें से 638 व्यक्तियों ने पुनर्वास पूरा किया और अपने सामान्य जीवन में लौट आए। वहीं,अब तक,43 व्यक्ति पुनर्वास और व्यावसायिक प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं।