चार्ज शीट

मुंबई में मौजूद UNSC के सदस्यों के सामने भारत ने मुंबई हमलें में शामिल मुख्य आतंकी “साजिद मीर” का चलाया आडियो टेप, जिसमें वह भीषण गोलीबारी करने का दे रहा था आदेश – अमरनाथ यादव/बृजेश उपाध्याय


फाईल फोटो, साभार -(सोशल मीडिया)

वाशिंग्टन/मुंबई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद पर भारत के मुंबई में हो रही मीटिंग में भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों को एक बार फिर सबूतों के साथ पूरी दुनिया के सामने एक्सपोज कर दिया है। इस दौरान भारत ने मुंबई में साल 2008 में हुए आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड साजिद मीर के ऑडियो क्लिप को भी चलाया, जिसमें वह गोलीबारी करने की बात कह रहा है।

बता दे कि मुंबई में दो दिनों तक चलने वाली यह बैठक आज (शुक्रवार) से ही शुरू हुई है। इस दौरान मुंबई ताज पैलेस होटल में आयोजित की जा रही यूएनएससी की बैठक में भारत ने बताया कि हाफिज सईद, जकी-उर-रहमान लखवी, साजिद मीर, अब्दुल अल काफा, अब्दुल अजीज आदि आतंकियों ने 26/11 के आतंकी हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

दरअसल,चीन द्वारा बार-बार UNSC में पाकिस्तानी आतंकी साजिद मीर को बचा लिया जाता रहा है। जहां भारत ने मुंबई में मौजूद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों के सामने आतंकी मीर का ऑडियो चलाया, जिसमें वह चाबड़ हाउस यानी नरीमन हाउस में आतंकवादियों को छतों पर घूम रहे लोगों पर गोलियां चलाने के लिए कह रहा है। इस ऑडियो क्लिप के जरिए से भारत ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। ऑडियो क्लिप में साजिद आतंकी से कहता हुआ सुनाई दे रहा है, ”जहां आपको मूवमेंट नजर आती है। कोई छत पर चल रहा है या आ रहा है, जा रहा है। उस पर फायर ठोको। उसे नहीं पता वहां क्या हो रहा है।”

ऑडियो क्लिप सुनाने के बाद साजिद मीर पर पाकिस्तान के पाखंड को उजागर करते हुए भारत ने जोर देकर कहा, “वह कोपेनहेगन में डेनिश अखबार, उसके संपादक और कार्टूनिस्ट को निशाना बनाने के लिए लश्कर के डेनमार्क प्रोजेक्ट के वास्तुकारों में से एक था। सौभाग्य से, नियोजित हमले को समय पर विफल कर दिया गया था। उसे लंबे समय तक मृत घोषित कर दिया गया था। यहां तक कि इस दावे की पुष्टि करने के लिए एक डीएनए परीक्षण का भी इस्तेमाल किया गया था। गहन अंतरराष्ट्रीय जांच के कारण, उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया और एक आतंकी वित्तपोषण मामले में दोषी ठहराया गया। आज की तारीख में, उसकी संयुक्त राष्ट्र लिस्टिंग प्रक्रिया रुकी हुई है।”

वहीं,इस बैठक में मौजूद भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता और योजनाकार अब भी सुरक्षित हैं और उन्हें सजा नहीं दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि जब कुछ आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने की बात आती है तो कुछ मामलों में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद राजनीतिक कारणों से, खेदजनक रूप से कार्रवाई करने में असमर्थ रहा है। विदेश मंत्री ने कहा, ”26/11 आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता और योजनाकार अब भी सुरक्षित हैं तथा उन्हें सजा नहीं दी गई है।” जयशंकर ने कहा कि यह स्थिति सामूहिक विश्वसनीयता और सामूहिक हित को कमतर करती है। जयशंकर ने कहा कि स्तब्ध करने वाला यह आतंकी हमला केवल मुंबई पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर हुआ आतंकी हमला था।

फिलहाल,भारत पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान को भले ही सभी सबूतों के साथ एक्सपोज करता रहे इसका कोई अर्थ नहीं निकलता। भारत हमेशा पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान के खिलाफ सभी सबूतों को पेश करता रहा है फिर भी भारत उसके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही कराने में आज तक असफल ही रहा। इसकी वजह बिल्कुल साफ है, क्योंकि,दुनिया के कई देश पाकिस्तान से कई मुद्दों पर बेहतर मदद लेते रहते हैं, ऐसे में जो देश पाकिस्तान पर निर्भर हैं वे पाकिस्तान के खिलाफ कभी नहीं जा सकते, इससे साफ हो जाता है कि भारत के इन तमाम सबूतों का कोई औचित्य नहीं है। जरूरत है इजरायल जैसे काउंटर अटैक की तभी दुश्मन पर रणनीतिक विजय मिल सकती है, वर्ना कोई अर्थ नहीं है डिप्लोमैटिक डायलाॅग का।

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