सांकेतिक तस्वीर।
लंदन। दुनिया की जानी-मानी ब्रिटिश नौसेना (रॉयल नेवी) में शामिल पनडुब्बियों पर तैनात महिला कर्मचारियों के यौन उत्पीड़न की रिपोर्ट सामने आने पर ब्रिटेन में बड़ा हंगामा खड़ा हो गया है। दावें में साफ कहा गया है कि ब्रिटिश पनडुब्बियों पर तैनात महिला कर्मचारियों को डराया धमकाया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया। जहां आनन-फानन में रॉयल नेवी के प्रमुख एडमिरल बेन की ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बता दे कि ब्रिटेन की रॉयल नेवी के प्रमुख एडमिरल बेन की ने कहा कि वह इन आरोपों से ‘बहुत ही आहत’ हैं कि पनडुब्बियों पर काम करने वाली महिला कर्मचारियों को डराया धमकाया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया। दरअसल यह खुलासा ब्रिटिश नौसेना के पूर्व लेफ्टिनेंट सोफी ने किया है।
खुलासे में कहा गया है कि पनडुब्बियों पर जब भी कोई नई महिला आती है तो चालक दल के पुरुष सदस्य ‘गिद्धों की तरह’ नजरें गड़ाए होते हैं। मालूम हो कि लेफ्टिनेंट ब्रूक ने इस साल की शुरुआत में रॉयल नेवी छोड़ दी थी और बाद में उन्हें अपनी पनडुब्बी की आवाजाही के बारे में एक ईमेल संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में जेल की निलंबित सजा सुनाई गई थी।
वहीं, राॅयल नेवी चीफ ने अपने एक बयान में कहा, ‘यौन हमले और उत्पीड़न का रॉयल नेवी में कोई स्थान नहीं है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’ नौसेना प्रमुख ने आगे भी कहा, ‘मैंने अपनी वरिष्ठ टीम को इन आरोपों की गहन जांच करने का निर्देश दिया है। जो कोई भी दोषी पाया जाएगा, उसकी रैंक या स्थिति की परवाह किए बिना उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।’ उधर, ब्रिटिश डिफेंस मिनिस्ट्री ने इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।