सांकेतिक तस्वीर।
मॉस्को/कीव। एक दिन पहले यूक्रेन की सेना ने रूसी फौज को उसके ‘घर’ क्रीमिया में घुसकर रूसी नौसेना पर जो काउंटर अटैक किया था। अब उसमे बड़ा खुलासा सामने आया है जिसमें कहा गया है कि यूक्रेन की नौसेना पिछले कई महीने से रूसी नौसेना के फ्रीगेट एडमिरल मकरोव निशाना बनाने में जुटी रही,लेकिन उसे सुराग नहीं मिल रहा था। आखिरकार यूक्रेन की नौसेना ने एक दिन पहले यानि शनिवार को ब्लैक सी मे तैनात रूस के मिसाइल फ्रीगेट मकरोव पर अपना जोरदार हमला बोल ही दिया। जहां इस खुलासे में यह कहा गया है कि यूक्रेन की सेना ने अलकायदा और हूती विद्रोहियों के अचूक हथियार से रूसी युद्धपोत को निशाना बनाया है।
बताया जा रहा है कि यूक्रेन ने पानी के अंदर से चलने वाले विस्फोटकों से लैस ड्रोन की मदद से क्रीमिया में स्थित रूसी नौसेना के कालासागर बेड़े के मुख्यालय सेवास्तोपोल पर खड़े एडमिरल मकरोव पर जोरदार हमला बोला। इतना ही नहीं इस हमले का यूक्रेन की सेना ने एक नाटकीय वीडियो भी जारी करके दिखाया कि उसे रूस के युद्धपोत एडमिरल मकरोव पर हमला बोलने में सफलता मिल गई है।
बता दे कि कैलिबर क्रूज मिसाइलों से लैस यह रूसी युद्धपोत 409 फुट लंबा है। फिलहाल,यूक्रेन के दावे की अभी स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है। यूक्रेन का यह आत्मघाती ड्रोन एक स्पीड बोट के आकार का था और उस पर सैकड़ों किलोग्राम विस्फोटक लदा हुआ था। रूस ने इस समुद्री ड्रोन को रोकने के लिए हेलिकॉप्टर से गोलियां भी बरसाईं लेकिन संभवत: उसे सफलता मिली या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
मालूम हो कि यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यूक्रेन का यह अब तक का सबसे भीषण हमला था।
वहीं,रूसी अधिकारियों ने यह दावा किया है कि उनके केवल एक युद्धपोत को मामूली नुकसान पहुंचा है। रूस ने यह भी दावा किया कि ब्रिटेन के विशेषज्ञों ने इस हमले में यूक्रेन की मदद की है। इस बीच क्रीमिया में तैनात रूसी अधिकारियों ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद यह अब तक का सबसे भीषण हमला है।