रूसी फौज की टुकड़ी,एक ड्रिल के दौरान, फोटो साभार -(रूसी डिफेंस के टेलिग्राम से)
मास्को/लंदन। रूस ने आधुनिक ब्रह्मास्त्र कही जाने वाली किंझल हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल को अपने पड़ोसी दोस्त देश बेलारूस में तैनात कर दिया है। जहां बेलारूस की सैटलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने इसका खुलासा किया है। बता दे कि इस खुलासे के बाद से हीं ब्रिटेन दहशत में है। क्योंकि,बेलारूस की धरती से रूस पश्चिमी देशों को आसानी से टारगेट कर सकता है। हालांकि, रूस के इस तैनाती को लेकर ब्रिटेन सहित कई यूरोपीय देश पहले से ही आशंकित थे।
बता दे कि रूस की किंझल मिसाइल को नाटों देश “किलजॉय” और “रूसी डैगर” के नाम से बुलाते हैं। यह मिसाइल साल 2018 से ही रूसी हथियारों के जखीरे में शामिल है। यह मिसाइल 2000 किमी की दूरी तक किसी भी लक्ष्य को तबाह करने की ताकत रखती है। इस महाविनाशक मिसाइल में 1000 पाउंड के विस्फोटक या एक परमाणु बम लगाया जा सकता है। बेलारूस से लंदन की दूरी मात्र 1800 किमी है और इस तरह से ब्रिटेन अब इस मिसाइल के टारगेट रेंज में आ गया है।
इस बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने एक तस्वीर जारी की है जिसमें रूस के दो मिग-31के फॉक्सहाउंड जेट नजर आ रहे हैं। दावा है कि ये फाइटर जेट किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैस हैं जिसे हवा से ही लॉन्च किया जा सकता है। रूस की किंझल मिसाइल ध्वनि की 12 गुना रफ्तार से उड़ती है। एक बार इसके लॉन्च हो जाने के बाद उसे किसी रेडॉर से पकड़ पाना या तबाह कर पाना लगभग असंभव है।
दावा किया गया है कि अगर इस मिसाइल को बेलारूस से लॉन्च किया जाए तो मात्र 9 मिनट में यह लंदन में जा गिरेगी। ब्रिटेन के खुफिया सूत्रों का दावा है कि रूस, यूक्रेन के अलावा कुछ अन्य लक्ष्यों को भी निशाना बना सकता है। यही नहीं ब्रिटिश सूत्रों ने आगे भी कहा कि रूस ने बेलारूस में इस मिसाइल को तैनात करके पश्चिमी देशों को सांकेतिक चेतावनी दी है। फिलहाल,रूस के इस कदम से यूरोपीय संघ दहशत में है।