सांकेतिक तस्वीर।
तेहरान/तेलअवीव। इस्राइल के प्रधानमंत्री ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा है कि ईरान ने परमाणु कार्यक्रमों पर नज़र रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था से चोरी किए गए दस्तावेज़ों की मदद से अपने प्रतिबंधित परमाणु कार्यक्रम की जानकारी छिपाई है। बता दे कि इस्राइल के प्रधानमंत्री नेफ़्ताली बेनेट ने कहा कि “ईरान ने दुनिया से झूठ बोला है और ईरान अब फिर झूठ बोल रहा है।”
इस दौरान उन्होंने कुछ दस्तावेज़ों को दिखाते हुए दावा किया कि ये ईरान के ‘धोखेबाज़ी के प्लान’ की कॉपी है। इन दस्तावेज़ों पर फ़ारसी भाषा में लिखा है कि ईरान को एक ‘कवर स्टोरी’ की ज़रूरत है।
उधर,तेहरान ने इजरायल के दावें को खारिज करते हुए कहा कि वह कोई गोपनीय परमामु कार्यक्रम नहीं चला रहा है और इसराइल के सबूत फ़र्ज़ी हैं।
दरअसल,इंटरनेशनल एटॉमिक इनर्जी एजेंसी (आईएईए) के प्रमुख राफ़ेल ग्रोसी अगले सप्ताह ईरान के तीन अघोषित ठिकानों से मिले परमाणु पदार्थों पर अपनी जांच की रिपोर्ट पेश करने वाले हैं। वही,इस्राइल ने इस रिपोर्ट के आने से पहले हीं ईरान पर ये आरोप लगाए हैं। इसी बीच एक अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आईएईए की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि “एजेंसी को उन ठिकानों पर जो मिला उसे लेकर ईरान भरोसेमंद तकनीकी स्पष्टीकरण नहीं दे सका है।” इतना ही नहीं ईरान के विदेश मंत्रालय ने इस रिपोर्ट पर कहा है कि ये रिपोर्ट निष्पक्ष और ईमानदार नहीं है। इधर,पश्चिमी देशों को आशंका है कि ईरान प्रतिबंधों को नज़रअंदाज़ करके परमाणु हथियार विकसित करने के मिशन पर जुटा हुआ है।
बताते चले कि दुनिया के महत्वपूर्ण देशों और ईरान के बीच फिर से 2015 के परमाणु समझौते को बहाल करने के लिए शुरू हुई वार्ता भी अटक गई है। इस दौरान ईरान पर सख़्त आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए हैं,जिनमें राहत के लिए 2015 में ईरान और पश्चिमी देशों के बीच समझौता हुआ था। जहां अमेरिका वर्ष 2018 में इस समझौते से बाहर हो गया था, जिसके बाद ईरान ने धमकी देते हुए कहा था कि उस पर लगे प्रतिबंध न हटाए गए तो वो परमाणु संवर्धन तेज़ करेगा।
चूंकि,सोमवार को आईएईए ने कहा था कि वर्ष 2015 के समझौते के तहत ईरान को जितना परमाणु ईंधन रखने की इजाज़त है,जांच में उसके पास इससे 18 गुना अधिक ईंधन पाया गया है। जिसका इस्तेमाल रिएक्टर का ईंधन बनाने के साथ-साथ परमाणु बम बनाने में भी किया जा सकता है।
इस बीच बेनेट ने आगे भी कहा कि इसराइल के सीक्रेट एजेंटों ने वर्ष 2018 में तेहरान में एक वेयरहाउस पर छापा मारा था। जहां इस दौरान उन्हें ईरान के झूठ के सबूत मिले थे। इस दौरान बेनेट इन दस्तावेज़ों की कॉपी को सार्वजनिक करते हुए खुलासा किया कि इन दस्तावेजों में फारसी भाषा में हाथ से लिखे नोट है जो कि ये ईरान के तत्कालीन रक्षा मंत्री ने ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़रीज़ादेह के लिए लिखे थे। जिसमें में यह लिखा है कि आज नहीं तो कल आईएईए हमसे इस बारे में विस्तृत जानकारी मांगेगी और इसके लिए हमारे पास एक पक्की कवर स्टोरी होनी चाहिए।हालांकि,ईरान पहले हीं कह चुका है कि इसराइल ने वेयरहाउस से जो दस्तावेज़ हासिल किए हैं वो फ़र्ज़ी थे।