अमेरिका के न्यूक्लियर कमांडर ऐडमिरल चार्ल्स रिचर्ड,जापान के CDS के साथ बायें सैन्य वर्दी में,फाईल फोटो,साभार-(US के स्ट्रेटजिक कमांड के ट्वीटर से)
वॉशिंगटन। दुनिया के लिए एक बड़े खतरे के तौर पर बहुत तेजी से उभर रहे चीन के बारे में अमेरिका के परमाणु हथियारों के प्रोग्राम की निगरानी करने वाले रणनीतिक कमांड के कमांडर एडमिरल चार्ल्स रिचर्ड ने बहुत बड़ा खुलासा किया है। एडमिरल रिचर्ड ने कहा कि चीन अमेरिका से भी ज्यादा तेजी से परमाणु बम बना रहा है। उन्होंने आगे भी कहा कि आने वाले समय में यह मुद्दा दुनिया के सामने बहुत बड़ी समस्या बन सकता है। दरअसल,अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के अधिकारी चीन के परमाणु हथियारों के जमावड़े को लेकर कई वर्षों से आगाह कर रहे हैं।
बता दे कि एडमिरल चार्ल्स ने कहा कि जैसा कि अगर मैं चीन के खिलाफ हमारे प्रतिरोध का आकलन करूं तो हमारा जहाज धीरे-धीरे डूब रहा है। वे हमसे ज्यादा तेजी से इस क्षेत्र में क्षमता हासिल कर रहे हैं। उन्होंने चीन के परमाणु हथियार कार्यक्रम को बहुत जल्द आने वाली समस्या करार दिया है। चार्ल्स ने कहा कि यह समस्या जिस तरह से आगे बढ़ रही है, उससे हमारे कमांडर चाहे जितना अच्छे हों, वे पर्याप्त नहीं होंगे।
दरअसल,अमेरिकी कमांडर ने शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय के एक कार्यक्रम में यह गंभीर खुलासा करते हुए पूरी दुनिया को सख्त चेतावनी दी है। इससे पहले अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने लगातार कहा है कि हमारे देश का मुख्य वैश्विक प्रतिस्पर्द्धी है। उन्होंने अक्टूबर में जारी नीतिगत दस्तावेज में चीन की सैन्य ताकत और परमाणु हथियारों के कार्यक्रम के बारे में भी चेतावनी दी है।
इससे पहले पेंटागन की एक रिपोर्ट में चीन के परमाणु समीक्षा में कहा गया था कि ड्रैगन की तमन्ना कम से कम 1000 दागे जाने योग्य परमाणु बम इस दशक के अंत तक तैयार करने की है। जबकि साल 2021 में रिचर्ड ने चेतावनी दी थी कि चीन का परमाणु कार्यक्रम और परंपरागत सैन्य ताकत विस्फोटक अंदाज में बढ़ रही है जो सांसों को थाम देने वाली है। उन्होंने कहा था कि सांसों को थाम देने वाला शब्द पर्याप्त नहीं है।
मालूम हो कि चीन जिस तरह से तेजी से परमाणु हथियार बना रहा है, उसी तेजी से उन्हें रखने के लिए मिसाइल ‘साइलो’ भी बना रहा है। जिसे चीन सैकड़ों की तादाद में मिसाइल साइलो गोबी के रेगिस्तान के पास बना रहा है। सैटलाइट तस्वीरों में दो जगहों पर इसके बनाए जाने की पुष्टि भी हुई है। इतना ही नहीं चीन की नौसेना अभी दुनिया में सबसे बड़ी हो गई है। और अब चीन एयरफोर्स के मामले में भी तेजी से अपनी ताकत बढ़ा रहा है। चीन ने एच 6 बॉम्बर और जे20 फाइटर का उत्पादन बड़े पैमाने पर शुरू किया है। इससे साफ हो गया है कि वह दिन दूर नहीं जब चीन पूरी दुनिया के सामने एक बड़े खतरे के तौर पर उभरेगा।