पाक फौज के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल बाबर,फाईल फोटो, साभार -(सोशल मीडिया)
इस्लामाबाद। पहले से ही सियासी तूफान का सामना कर रहे पाकिस्तान में उस वक्त यह तूफान और भी अधिक विस्फोटक हो गया जब बीते गुरुवार की शाम को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जानलेवा हमला किया गया था। जिसके बाद से ही पूरा देश जल उठा। जगह-जगह जबरदस्त विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। यहां तक कि पाक फौज ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ टैंक तैनात कर दिया। वहीं इस हमले में पीड़ित इमरान खान के तहरीर के अनुसार अभी तक मुकदमा नहीं दर्ज किया गया जिस वजह से हालात और भी संवेदनशील हो गया है। इस बीच पाकिस्तानी सेना की तरफ से पाक हुकूमत से मांग की गई है कि सीनियर आर्मी अफसर को बदनाम करने के लिए इमरान खान के खिलाफ लीगल एक्शन लिया जाए। चूंकि,इमरान खान ने इस हमले के लिए विशेष तौर पर तीन लोगों को जिम्मेदार माना है। जिनमें होम मिनिस्टर राणा सन्नाउल्ला, PM शहबाज शरीफ, मेजर जनरल फैजल का नाम शामिल है।
बता दे कि मेजर जनरल फैजल का नाम लिए जाने पर इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल इफ्तिखार बाबर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और सीनियर सैन्य अधिकारी के खिलाफ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चीफ इमरान खान के बेबुनियाद और गैर जिम्मेदाराना आरोप पूरी तरह नामंजूर हैं। इसलिए हमारी सरकार से अपील है कि इमरान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
वहीं,पुलिस ने बताया है कि इमरान खान का हमलावर नवीद ड्रग एडिक्ट है और इस मामले से जुड़े उसके बयान संदिग्ध हैं। पुलिस के सामने नबीद ने अपना गुनाह कबूल किया था। उसने बताया कि इमरान लोगों को गुमराह कर रहा है। मुझसे ये चीज देखी नहीं गई इसलिए मैंने उसे जान से मारने की कोशिश की।
फिलहाल,अभी तक इमरान खान के तहरीर के अनुसार मुकदमा दर्ज नही हुआ है,जिससे पाकिस्तान में अभी स्थिरता की गारंटी नहीं है। ऐसे में आने वाला हर पल खतरों की आशंकाओं से युक्त रहेगा। जो कि पाकिस्तानी अवाम के खिलाफ होगी। यानि सीरिया के गृहयुद्ध का यहां पूरा असर प्रभावी रूप से लागू होगा।