सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जबसे रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली है,तबसे लगातार उनके लीडरशिप में देश का रक्षा मंत्रालय तीनों सेनाओं की आधुनिकीकरण के साथ-साथ तमाम वर्तमान समय में प्रचलित हथियारों के आयात व निर्माण में सक्रिय है,जिस कड़ी में मंगलवार को एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि भारत डायनामिक्स लिमिटेड (BDL) के साथ अस्त्र एमके-1 मिसाइल के लिए डील की है। यह डील 2,971 करोड़ रुपए में की गई है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह मिसाइल हवा से हवा में वार करने में सक्षम है। इस मिसाइल को भारतीय वायु सेना और नौसेना को दिया जाना है।
दरअसल,रक्षा मंत्रालय के हवाले से दावा किया गया है कि अस्त्र एमके-1 बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर टू एयर मिसाइल है। यानी ये मिसाइल बिना दुश्मन के नजर में आए हवा से हवा में वार करेगी। इसका वजन 154 किलोग्राम, लंबाई 3.84 मीटर और चौड़ाई 178 MM है।
ऐसी मिसाइल अपने फाइटर जेट को स्टैंड ऑफ रेंज प्रदान करते हैं। स्टैंड ऑफ रेंज का मतलब होता है कि दुश्मन की तरफ मिसाइल फायर करके खुद उसके हमले से बचने से बचना।
बता दे कि इस कैटेगरी की मिसाइल अब तक मौजूद नहीं थी। और अब यह कई वैरिएंट्स में मौजूद है। जो कि किसी भी तरह के रेंज में हमला करने में सक्षम है। फिलहाल जो वैरिएंट्स मौजूद हैं वे 110 किमी दूरी तक दुश्मन पर वार कर सकते हैं। इसके साथ ही यह तकनीकी और आर्थिक रूप से बाकी मिसाइलों से बेहतर है।
इसमें कई सारे अलग सिस्टम्स हैं। इसके साथ ही आने वाले समय में डसॉल्ट मिराज 2000, तेजस और मिग विमानों में भी इसे लगाए जाने की योजना बनाई जा रही है। मिसाइल को नौसेना अपने मिग 29K लड़ाकू विमान में भी असेंबल करेगी। फिलहाल,भारत की रक्षा तैयारियों ने दुश्मन को साफ संकेत दे दिया है कि अब भारत फ्रंट पर दुश्मन के साथ दो-दो हाथ करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। बेहतर होगा कि दुश्मन भारत की तरफ बुरी नज़र से ना देखें वर्ना क्या हश्र होगा ? बताने की जरूरत नहीं है।