सांकेतिक तस्वीर।
अंकारा/नई दिल्ली। रुस-यूक्रेन जंग के चलते दुनिया के कई देशों में गेहूँ संकट उत्पन्न हो गया है,ऐसे में भारत सामने आया और दुनिया के तमाम देशों में गेहूँ की आपूर्ति का फैसला किया,जहां इसी कड़ी में भारत ने टर्की को 56,877 मिलियन टन गेहूँ भेजा जिसे अब टर्की ने यह कहकर इस भारतीय गेहूँ को लेने से मना कर दिया कि इस गेहूँ में रूबैला वायरस है। वहीं,टर्की के इस हरकत का विश्लेषण करने पर “सीक्रेट-आॅपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह इस परिणाम पर पहुंचा कि भारत को जानबूझकर अंतर्राष्ट्रीय जगत में बदनाम करने की नियत से इस हरकत को अंजाम दिया गया है। क्योंकि भारत के अन्य दुश्मन देशों की तरह टर्की भी भारत का कट्टर दुश्मन है।
बताया जा रहा है कि इस्तांबुल के एक ट्रेडर ने कहा कि उसके देश के कृषि मंत्रालय को भारतीय गेहूं की खेप में रूबेला बिमारी का पता चला है जिस कारण इसे रिजेक्ट किया गया है। जिससे अब 56,877 मिलियन टन गेंहू से लदा एमवी इंस अकडेनिज जहाज तुर्की के इस्केंडरुन पोर्ट से वापस निकल चुका है और इसके जून के मध्य तक गुजरात के कांडला पोर्ट पर पहुंचने की उम्मीद है। वहीं,टर्की के कृषि मंत्रालय ने खेप को रिजेक्ट करने से जुड़े सवालों का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है।
बता दे कि मिस्र ने करीब 2 महीने पहले ही क्लालिटी चेक के बाद भारत को गेहूं सप्लायर के रूप में मंजूरी दी थी। यहां तक कि भारतीय गेहूं की क्वालिटी चेक करने के लिए मिस्र का एक डेलिगेशन भारत भी आया था। जहां इस डेलिगेशन टीम ने देश के मध्य प्रदेश,पंजाब और महाराष्ट्र का दौरा किया था। डेलिगेशन ने गेहूं के सैंपल्स की जांच की थी। इंडियन फाइटोसैनिटरी मेजर्स का भी इंस्पेक्शन किया था।
दरअसल,जबसे रूस-यूक्रेन जंग छिड़ा है तभी से दुनिया के कई देशों में गेहूँ की आपूर्ति प्रभावित हो चुकी है,जिस वजह से टर्की को भारत ने गेहूँ भेजा तो उसने लिया तो नहीं लेकिन खुराफात जरूर कर दिया यानि यह कहकर भारतीय गेहूँ को वापस कर दिया कि इसमें रूबैला वायरस मौजूद है। वहीं,टर्की के इस हरकत का जब हमने तथ्यान्वेषण किया तो तस्वीर साफ हो गई कि यह जानबूझकर किया गया खुराफात है,चूंकि टर्की,भारत का सिर्फ इसलिए दुश्मन है कि वह पाकिस्तान का दोस्त है और वह हमेशा पाकिस्तान के साथ खड़ा रहता है। जिस वजह से भारतीय गेहूँ को बदनाम करने की नियत से जानबूझकर रूबैला वायरस का हवाला दिया गया ताकि दुनिया के अन्य देश भारत के गेहूँ से परहेज करें।