इंडियन आर्मी के चीफ आफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे, फाईल फोटो, साभार -(इंडियन आर्मी के ट्वीटर से)
नई दिल्ली। दुश्मन के साथ पूर्वी लद्दाख में जारी तनातनी के बीच इंडियन आर्मी के चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे ने कहा कि कहा स्थिति स्थिर है लेकिन अप्रत्याशित है। उन्होंने आगे भी कहा कि भारत बचे हुए मुद्दों के समाधान के लिए चीन के साथ अगले दौर की सैन्य वार्ता का इंतजार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास बुनियादी ढांचों का विकास बेरोकटेक चल रहा है।
बता दे कि दिल्ली में शनिवार को एक थिंक टैंक ‘चाणक्य डायलॉग्स’ को संबोधित करते हुए पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास स्थिति पर सेना प्रमुख ने कहा है कि जहां तक चीनी सुरक्षा बलों के स्तर का सवाल है, तो कोई महत्वपूर्ण कमी नहीं हुई है। हां, इतना जरूर है कि हम 17वें दौर की बातचीत के लिए तारीख पर गौर कर रहे हैं।
इतना ही नहीं आर्मी चीफ ने यह भी कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास चीन द्वारा बुनियादी ढांचों का विकास बेरोकटोक जारी है। व्यापक संदर्भ में हमें वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी कार्रवाई का बहुत सावधानी से आंकलन करने की जरूरत है ताकि हम अपने हितों और संवेदनशीलताओं की सुरक्षा कर पाए।
दरअसल,गलवान संघर्ष के बाद ही भारतीय सेना दुश्मन के साथ किसी भी नरमी में कोई रूचि नहीं ले रही है। शायद यही वजह है कि दुश्मन बार्डर पर इंडियन आर्मी का दबाव किसी न किसी रूप में प्रभावी रूप से महसूस कर रहा है। रही बात निर्माण कार्य का तो चीन अब तक जो कुछ भी निर्माण कर रहा है वह उसकी अपनी टेरीटरी है। लेकिन भारत भी काउंटर करते हुए बार्डर पर ज्यादा से ज्यादा तैनाती में जुटा हुआ हैं। जो कि दुश्मन को साफ चेतावनी है कि भारत के खिलाफ एक भी हरकत उसे भारी पड़ सकती है।