
सांकेतिक तस्वीर।
श्रीनगर। केंद्र सरकार को बड़ा झटका देते हुए घाटी से कश्मीरी पंडित बड़े पैमाने पर पलायन की तैयारी में जुट गए हैं। रिपोर्ट आ रही है कि अनंतनाग के मट्टन में गुरुवार को आतंकी हमलों से डरे पंडित अपना सामान लेकर बनिहाल (जम्मू) जाने की कोशिश में लग गए हैं। बताया जा रहा है कि मट्टन पंडित कॉलोनी के लोगों ने अनंतनाग कलेक्टर से बनिहाल जाने के लिए सुरक्षा की मांग की है।
वहीं,अनंतनाग के वैस्सू इलाके से भी कश्मीरी पंडित पलायन करने की तैयारी में हैं। पंडितों ने बताया कि वे सामान पैक कर चुके हैं,लेकिन सुरक्षाबलों के जवान कैंप से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। बता दे कि घाटी में लगातार हो रही टारगेट किलिंग के बाद कश्मीरी पंडितों ने पलायन का अल्टीमेटम दिया था। यहीं नहीं पिछले 19 दिनों से पंडितों का विरोध-प्रदर्शन भी है। वहीं एक अन्य रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि 30-40 परिवार पहले ही शहर छोड़कर जा चुके हैं।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 20 दिनों में 6 टारगेट किलिंग का मामला सामने आया है। 12 मई को बडगाम में राहुल भट्ट (सरकारी कर्मचारी), 13 मई को पुलवामा में रियाज अहमद ठाकोर (पुलिसकर्मी), 24 मई को सैफुल्लाह कादरी (कांस्टेबल), 25 मई को अमरीन भट्ट (टीवी आर्टिस्ट) और 31 मई को कुलगाम में रजनी बाला (टीचर) की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
वहीं आंकड़ों की माने तो गृह मंत्रालय के मुताबिक वर्ष 1990 में 219 कश्मीरी पंडित हमले में मारे गए थे,जिसके बाद पंडितों का पलायन शुरू हुआ। एक अनुमान के मुताबिक 1 लाख 20 हजार कश्मीरी पंडितों ने घाटी से उस समय पलायन किये थे।
