
सांकेतिक तस्वीर।
सियोल। रूस-यूक्रेन जंग के बीच पहले से ही जंगी तनाव झेल रहे कोरियाई प्रायद्वीप में एक बार फिर से तनातनी बढ़ने की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें दावा किया गया है कि उत्तर कोरिया ने बृहस्पतिवार को अपने पूर्वी समुद्री तट की ओर एक और बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। दरअसल,दक्षिण कोरिया की सेना के हवाले से यह दावा किया गया है कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका द्वारा क्षेत्र में अपने सहयोगियों-दक्षिण कोरिया और जापान की सुरक्षा को लेकर दृढ़ प्रतिबद्धता जताने के जवाब में ‘‘कड़ी’’ सैन्य कार्रवाई शुरू करने की धमकी देने के कुछ घंटों बाद हीं उत्तर कोरिया यह कदम उठाया।
बता दे कि दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने एक संक्षिप्त बयान में बताया कि उन्हें उत्तर कोरिया के एक और मिसाइल का परीक्षण करने की जानकारी मिली है।
हालांकि, उन्होंने मिसाइल ने कितनी दूरी तय की और वह कहां जाकर गिरी इस संबंध में और अधिक जानकारी नहीं दी। जबकि इससे पहले, उत्तर कोरिया की विदेश मंत्री चो सोन ह्यू ने बृहस्पतिवार को चेताया था कि प्योंगयांग के मिसाइल प्रक्षेपणों को लेकर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान का हालिया शिखर सम्मेलन कोरियाई प्रायद्वीप में व्याप्त तनाव को ‘‘अधिक अप्रत्याशित’’ बना देगा। मालूम हो कि चो का बयान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के उनके दक्षिण कोरियाई और जापानी समकक्षों के साथ हाल ही में किए गिए त्रिपक्षीय सम्मेलन पर उत्तर कोरिया की पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया थी।
दरअसल,सम्मेलन के बाद तीनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए उत्तर कोरिया के हालिया मिसाइल परीक्षणों की कड़ी निंदा की थी और प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई थी। बयान में बाइडन ने परमाणु हथियारों सहित अन्य सभी सैन्य उपायों के जरिये दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दोहराया था। जिसके बाद ही उत्तर कोरिया की तरफ से मिसाइल टेस्ट की रिपोर्ट सामने आई है। जिसे अमेरिकी धमकी का जवाब माना जा रहा है।
