सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली। देश की राजधानी नई दिल्ली की पुलिस ने भारतीय विदेश मंत्रालय में तैनात एक ड्राइवर को दुश्मन ऐजेंसी के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) को बेहद गोपनीय और संवेदनशील जानकारी भेज रहा था। इस बीच यह भी खुलासा हुआ है कि इस ड्राइवर को पाकिस्तानी ऐजेंसी ने पहले हनीट्रैप के जाल में फंसाया फिर उसे देश के खिलाफ जासूसी करने के लिए मजबूर किया। फिलहाल,दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा ऐजेंसियों से मिले इनपुट के बाद आरोपी ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।
अभी तक की जांच में यह जानकारी सामने आई है कि आरोपी ड्राइवर पाकिस्तानी ऐजेंसी को भारतीय विदेश मंत्रालय की खूफिया जानकारियां भेजता था,जहां इसके बदले में उसे पैसे मिलते थे। ड्राइवर पाकिस्तान की एक महिला जासूस के संपर्क में था, उसे विदेश मंत्रालय से जुड़ी जानकारियां भेजता था।
यह महिला बताती थी कि वह कोलकाता में रहती है। महिला का नाम पूनम शर्मा या पूजा बताया जा रहा है। वहीं,पुलिस का कहना है कि यह मामला हनीट्रैप का है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि उसने पाकिस्तान को अभी तक क्या-क्या जानकारी दी है ? इसकी भी गंभीरता से जांच की जा रही है। बता दे कि हनीट्रैप का यह कोई पहला केस नहीं है। इससे पहले भी सेना के कई जवान व अन्य अधिकारी दुश्मन के इस जाल में आसानी से फंसकर देश के खिलाफ जासूसी करने के लिए मजबूर हुए है,हालांकि,ऐसे तमाम लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। लेकिन जासूसी से जुड़े सभी गद्दारों में इधर कुछ सालों से हनीट्रैप का मामला जिस तरह से देखने को मिल रहा है,बेहद चिंताजनक रिपोर्ट है। भले ही उन्हें पकड़ लिया जा रहा है फिर भी सतर्कता अनिवार्य है।