फाइटेर एअरक्राफ्ट में अपलोड किया हुआ ब्रिटेन का घातक मिसाइल ब्राइमस्टोन-2,फोटो साभार-(ब्रिटेन के डिफेंस मिनिस्ट्री से)
कीव/लंदन। रूस के खिलाफ यूक्रेन के साथ पहले से ही खड़े ब्रिटेन ने रूस को चिढ़ाते हुए यूक्रेन को अब अत्याधुनिक ब्राइमस्टोन-2 मिसाइल भेजा है। इतना ही नहीं सप्लाई के दौरान इस्तेमाल होने वाले विमान और क्रू का ब्रिटिश डिफेंस मिनिस्ट्री ने विडियो भी जारी किया है। इस घातक मिसाइल में यह क्षमता है कि वह रूसी टैंकों को तबाह कर सकती है और खुद ही अपने लक्ष्य का चुनाव कर सकती है।
वहीं,यूक्रेन की तरफ से एक बयान जारी करके कहा गया है कि फरवरी में जंग शुरू होने के बाद रूस ने अब तक 32 हजार नागरिक लक्ष्यों को मिसाइलों और तोप के गोलों से निशाना बनाया है। उसने कहा कि केवल 3 प्रतिशत सैन्य ठिकानों पर हमला हुआ है। रूस के भीषण हमलों के बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने ऐलान किया है कि उसने यूक्रेन की सेना को ब्राइमस्टोन-2 मिसाइल दी है। ब्रिटेन ने कहा कि हमारी सैन्य मदद ने रूसी सेना की बढ़त को रोकने में अहम भूमिका निभाई है।
बता दे कि यूक्रेन इन मिसाइलों से रूस के टैंकों और अन्य हथियारों को निशाना बना रहा है। चूंकि,ब्राइमस्टोन और अन्य मिसाइलें रूसी सेना के किसी भी आक्रामक अभियान को करारा जवाब दे सकती हैं। यह लेजर की मदद से या फिर पहले से निर्धारित लक्ष्य को तबाह कर सकती है। इसमें एक रेडॉर लगा होता है जो लक्ष्य की पहचान करने में मदद करता है। यह रेडॉर मिसाइल को युद्धक्षेत्र को स्कैन करने की सुविधा देता है। साथ ही यह सटीक लक्ष्य को पहचान करने और उसे तबाह करने में मदद देता है। इस मिसाइल को खासतौर पर जमीनी लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
दरअसल,दसवें महिने में पहुंचे इस जंग में यूक्रेन और रूस को अब तक भारी कीमत चुकानी पड़ी है। जहां इस दौरान रूसी हमलों से पीड़ित यूक्रेन के करोड़ो नागरिक पड़ोसी देशों में शरण लिये हुए हैं। हालांकि, कई फ्रंट पर जिस तरह से यूक्रेन के सैनिकों ने बढ़त बनाई है उससे अब साफ हो गया है कि रूसी फौज अब जंग में कमजोर साबित हो रही है। यहीं कारण है कि क्रेमलिन परमाणु हमले की तैयारी पर है।