
दुश्मन पर भीषण हमला करने के दौरान यूक्रेनी सैनिक, फोटो साभार -(यूक्रेन के डिफेंस मिनिस्ट्री के ट्वीटर से)
कीव। रूस के साथ जारी भीषण जंग के बीच इस साल के बीते नवंबर के महीने में यूक्रेन ने ऐलान किया था कि उसने खरसोन शहर को रूस के कब्जे से छुड़ा लिया है। लेकिन, युद्ध के मैदान में अब हालात लगातार तेजी से बदल रहे हैं। रूस किसी भी कीमत पर पीछे हटने के लिए और हार मानने को तैयार नहीं है। पिछले कुछ समय से रूस ने खरसोन में हवाई हमले और भी तेज कर दिए हैं। ऐसे में यूक्रेन अब खरसोन में उन लोगों को ढूंढ रहा है जिन पर उन्हें रूसी सेना के साथ मिलकर साजिश करने का शक है।
बताया जा रहा है कि खेरसोन में गद्दारों को ढूंढने के लिए यूक्रेन के अधिकारी सभी लोगों का आईडी कार्ड चेक रहे हैं। इतना ही नहीं लोकल लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। यहां तक कि कारों की भी तलाशी ली जा रही है ताकि उन लोगों को पकड़ा जा सके जो अभी भी अपने पुराने आकाओं को जानकारी दे रहे हैं।
इस बीच खेरसान के गवर्नर यारोस्लाव यानुशेविच के हवाले से दावा किया गया है कि कुछ लोग यहां आठ महीने से अधिक समय से रह रहे थे, जो रूसी शासन के लिए काम कर रहे थे। लेकिन अब हमारे पास उन सभी की जानकारी है। हमारी पुलिस उनके बारे में सब कुछ जानती है। उन सभी लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी।
वहीं,खरसोन को रूस के कब्जे से छुड़ाने के बाद यूक्रेन ने वहां के 130 लोगों को गद्दारी के आरोप में पकड़ा है। जैसे ही यूक्रेन की सेना ने खरसोन पर अपना कब्जा पूरा किया तो लोगों ने तुरंत रूस की तारीफों में लगे बिलबोर्ड्स हटा दिए। उनकी जगह पर यूक्रेन के पोस्टर लगा दिए गए। बता दे कि पूरे खरसोन में गद्दारों की जानकारी देने के लिए पोस्टर लगाए गए हैं।
