भारतीय जवान, फाईल फोटो।
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान बार्डर पर इस साल दुश्मन की तरफ से अब तक 311 ड्रोन भेजे जाने की रिपोर्ट सामने आई है। बता दे कि यह रिपोर्ट जनवरी 2022 से 23 दिसंबर 2022 तक की है। जबकि वर्ष 2021 में पाकिस्तान के सिर्फ 104 ड्रोन डिटेक्ट हुए थे। इससे साफ हो जाता है कि इस साल पाकिस्तान ने पहले से तीन गुना अधिक ड्रोन भेजा हैं। हालांकि,पाकिस्तान इस तरह के ड्रोन का इस्तेमाल भारत में तस्करी के साथ भारी पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति और जासूसी के उद्देश्य से करता रहा है। लेकिन सीमा पर भारतीय जवानों की मुस्तैदी के चलते दुश्मन के ये ड्रोन या तो मार गिराये जाते हैं अथवा फायरिंग के दौरान बचकर वापस लौट जाते हैं। अपवाद के तौर पर कुछ फीसदी हीं ये ड्रोन भारतीय सीमा में घुसकर अपने मिशन में सफल होते रहे हैं।
बता दे कि ये सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) द्वारा जुटाए गया डेटा है,क्योंकि भारत की पाकिस्तान के साथ 3323 किलोमीटर की सीमा लगती है। जिसकी बीएसएफ के जवान सुरक्षा करते है। अगर 2020 की बात सीमा पर ड्रोन प्रवेश करने की संख्या में चौगुनी हो गई हैं। हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी भी शामिल है।हालांकि,सतर्क बीएसएफ के जवानों ने ऐसे 22 से अधिक ड्रोन को मार गिराया और लगभग 45 किलोग्राम हेरोइन और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा जब्त किया। जिसमें सात ग्रेनेड, दो मैगजीन, 60 गोला-बारूद और अन्य हथियार शामिल थे।
दरअसल,इस साल 1 जनवरी, 2020 से 23 दिसंबर तक भारत-पाकिस्तान सीमा पर देखे गए कुल 492 यूएवी या ड्रोन में से इस साल 311, 2021 में 104 और 2020 में 77 देखे गए,इस बीच इससे जुड़े डाटा के विश्लेषण से मालूम हुआ है कि इस साल देखे गए कुल ड्रोन में से 369 यूएवी पंजाब में, 75 जम्मू में, 40 राजस्थान में और 8 गुजरात में देखे गए। पंजाब में सबसे अधिक 164 ड्रोन अमृतसर में, 96 गुरदासपुर में, 84 फिरोजपुर में और 25 अबोहर जिले में देखे गए। जम्मू फ्रंटियर के तहत, इंद्रेश्वर नगर में कुल 35, जम्मू में 29 और सुंदरबनी में 11 ड्रोन देखे गए।
इसी कड़ी में राजस्थान में, श्री गंगानगर में 32, बाड़मेर में सात, बीकानेर और जैसलमेर उत्तर में तीन-तीन, जैसलमेर दक्षिण में दो और भुज में एक ड्रोन देखा गया। आंकड़ों से यह भी पता चला कि इस साल 1 जुलाई से 23 दिसंबर के बीच कुल 206 ड्रोन देखे गए। उनमें से अधिकतम 45 ड्रोन अगस्त में देखे गए, इसके बाद सितंबर में 44, अक्टूबर में 38, नवंबर में 36 और दिसंबर में 24 ड्रोन देखे गए। इनमें अमृतसर में 60, फिरोजपुर में 55, गुरदासपुर में 39, अबोहर में 23, श्री गंगानगर में 10, इंद्रेश्वर नगर में 6, जम्मू में 5, बाड़मेर में 3, जैसलमेर उत्तर में 2 और बीकानेर में एक मामला दर्ज किया गया।
इस बीच बीएसएफ के अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया है कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए पाकिस्तान द्वारा ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं,सीमा पार बढ़ी हुई ड्रोन गतिविधि को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संज्ञान में लाया गया था। उन्होंने अक्टूबर में श्रीनगर में एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की थी। जिसमें बीएसएफ की तरफ से कहा गया था वह पाकिस्तान से हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक ले जाने वाले ड्रोन को पीछे हटाने में सक्षम है।
गौरतलब है कि भारतीय सुरक्षा बलों ने अब तक मार गिराए गए ड्रोन से पाकिस्तान से भारतीय क्षेत्र में लाए गए विभिन्न एके सीरीज असॉल्ट राइफल, पिस्तौल, एमपी4 कार्बाइन, कार्बाइन मैगजीन और उच्च विस्फोटक ग्रेनेड के साथ-साथ नशीले पदार्थ भी जब्त किए हैं। जिस तरह से पाकिस्तानी ड्रोन द्वारा मादक पदार्थ की बरामदगी और साथ में घातक हथियारों की जबती की गई है, इससे साफ हो जाता है कि तस्करी ही नहीं भारत में मौजूद अपने सिंडीकेट को भारी पैमाने पर हथियारों की आपूर्ति भी करने में पाकिस्तान जुटा हुआ हैं। हालांकि, अब यह बताने की जरूरत नहीं है कि पाकिस्तान से इस ड्रोन आॅपरेशन को कौन लीड कर रहा है, क्योंकि पाकिस्तानी खुफिया ऐजेंसी और वहां मौजूद तमाम आतंकी संगठन इस तरह के हरकतों के लिए पहले से ही बदनाम हो चुके है।