सांकेतिक तस्वीर।
बीजिंग/वाशिंग्टन। दक्षिण सागर में चीन अपने नाकाम साजिशों को अंजाम देने में लगातार जुटा हुआ हैं, क्योंकि तनाव बढ़ाने वाली हरकतों को चीन लगातार बढ़ा रहा है। जहां इस बीच अमेरिका की तरफ से यह दावा किया गया है कि चीन का एक लड़ाकूं विमान दक्षिण सागर में अमेरिकी वायु सेना के विमान के बेहद करीब आ गया। अमेरिका ने कहा कि चीन का विमान अमेरिकी विमान से मात्र 20 फीट की दूरी पर उड़ रहा था। हालांकि बाद में चीन का विमान पीछे हट गया।
दरअसल,इस पूरे घटनाक्रम पर अमेरिकी सेना के हवाले से यह बताया गया है कि चीनी नौसेना का जे-11 और अमेरिका वायु सेना का आरसी-135 विमान काफी करीब आ गए। बयान में कहा कि दोनों विमानों के बीच की दूरी छह मीटर से कम रह गई थी। इसी कड़ी में आगे भी कहा गया कि यूएस इंडो-पैसिफिक जॉइंट फोर्स एक मुक्त और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए समर्पित है और अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सभी जहाजों और विमानों की सुरक्षा के लिए उचित सम्मान के साथ समुद्र और अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में उड़ान भरना, नौकायन करना और संचालन करना जारी रखेगी।
गौरतलब है कि चीन का बेहद करीबी रूस पिछले दस महिनों से लगातार यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ रहा है। जहां इस दौरान दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडरा रहा है। वहीं चीन और उत्तर कोरिया अपने पड़ोसी मुल्कों को धमकाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जिससे क्षेत्र में जंगी तनाव बनाव
लगातार बना हुआ है। ऐसे में चीन के दुश्मन देश जो कि अमेरिकी समर्थन प्राप्त है वे भी चीन को काउंटर करने की तैयारी में है। ऐसे में साफ हो गया है कि यदि चीन या उत्तर कोरिया कोई भी उकसावें की कार्यवाही करते हैं तो इन्हें माकूल जवाब मिलेगा।