उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग उन, फोटो साभार -(विकिपीडिया से)
प्योंगयांग। रूस-यूक्रेन जंग के बीच इस नये साल की शुरुआत उत्तर कोरिया का तानाशाह किम ने बेहद खतरनाक ढंग से किया है। जिससे कोरियाई प्रायद्वीप में एक बार फिर से तनातनी बढ़ गई है। क्योंकि,रिपोर्ट है कि किम जोंग उन के लीडरशिप में मध्य रात्रि के 2 बजकर 50 मिनट पर वर्ष 2023 के पहले दिन और साल का पहला मिसाइल टेस्ट किया गया है। इस बीच दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के हवाले से यह दावा किया गया कि उत्तर कोरिया ने राजधानी प्योंगयांग से शॉर्ट-रेंज बैलेस्टिक मिसाइल लॉन्च की जो 400 किमी दूर जाकर गिरी है,वही किम के इस उकसावें वाली कार्यवाही के विरोध में दक्षिण कोरिया और जापान ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
बता दे कि इससे पहले 31 दिसंबर की शाम को तानाशाह किम ने साफ किया था कि आने वाले साल में उत्तर कोरिया को बड़े पैमाने पर परमाणु हथियारों का उत्पादन करना चाहिए। इस बीच यह भी जानकारी सामने आई कि उत्तर कोरिया में 2022 की समीक्षा करने के लिए 6 दिन का सत्र आयोजित किया गया था। किम इसके आखिरी दिन बोल रहे थे। उन्होंने एक नई ‘इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल’ (ICBM) विकसित करने की भी बात कही। जिससे नॉर्थ कोरिया तेजी से हमलों का जवाब दे सके। दरअसल,परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाने के पीछे अमेरिका,दक्षिण कोरिया से खतरे को वजह बताया गया है।
बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने साल 2022 के आखिरी दिन 31 दिसंबर को भी मिसाइल टेस्ट किया था। उसने तीन बैलेस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी। 2022 में उत्तर कोरिया ने सबसे ज्यादा 37 बार मिसाइल टेस्ट किए हैं। बीते साल 2017 के बाद पहली बार ‘इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल’ का परीक्षण किया गया था। माना जाता है कि इस मिसाइल की जद में पूरा अमेरिका आता है। फिलहाल,अब यह साफ हो चला है कि किम जोंग उन रूकने वाला नहीं है।