स्पेशल रिपोर्ट

तवांग झड़प के बाद पहली बार अरूणाचल के सियांग पहुंचे डिफेंस मिनिस्टर ने दुश्मन को दी कड़ी चेतावनी, कहा दुश्मन का सामना करने के लिए हम तैयार है – नित्यानंद दूबे (स्पेशल एडिटर)


सियांग में एक संबोधन के दौरान देश के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह,फोटो साभार -( डिफेंस मिनिस्ट्री के ट्वीटर से)

सियांग/नई दिल्ली। तवांग झड़प के बाद पहली बार अरूणाचल प्रदेश के दौरे पर मंगलवार को सियांग में पहुंचे देश के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने दुश्मन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन अगर हम पर युद्ध थोपा जाता है तो हम हर चुनौती और हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं। वे यहां सीमा सड़क संगठन (BRO) की ओर से बनाए सियोम पुल का उद्घाटन करने पहुंचे थे।


सियोम ब्रिज, इसी का उद्घाटन करने के लिए राजनाथ सिंह सियांग दौरे पर है।

रक्षा मंत्री ने आगे भी कहा कि भारत कभी भी युद्ध को बढ़ावा नहीं देता है। हम हमेशा अपने पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध रखना चाहते हैं। यह हमें भगवान राम और बुद्ध से विरासत में मिला है। लेकिन अगर भारत को उकसाने का प्रयास किया तो हम किसी भी स्थिति का सामने करने में सक्षम हैं। इस दौरान राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी के ‘ये युद्ध का युग नहीं’ संकल्प को भी दोहराया।

बता दे सियांग में रक्षा मंत्री ने सीमा सड़क संगठन (BRO) की ओर से बनाए गए 27 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साथ सियोम पुल का भी उद्घाटन किया। पुल का उद्घाटन करने के बाद रक्षा मंत्री ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि हम यहां किसी को मैसेज नहीं देना चाहते हैं। एक बड़ा कार्यक्रम था इसीलिए हम आए हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि मैं BRO (सीमा सड़क संगठन) और BRO (भाई) को लेकर कंफ्यूज रहता था, लेकिन वे जो काम कर रहे हैं उसे देखकर लगा कि वे सच में सशस्त्र बलों के भाई हैं। पर्वतीय इलाके में BRO अहम भूमिका निभा रहा है।

गौरतलब है कि पिछले साल के 9 दिसंबर को अरूणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में दुश्मन के साथ भारतीय सैनिकों की झड़प हो गई थी, इस दौरान भारतीय सुरक्षाबलों के कुछ जवान घायल हो गए थे, हालांकि दुश्मन को भी भारी नुकसान पहुंचा था। इस झड़प के बारे में बताया गया कि दुश्मन भारतीय सीमा के भीतर घुसपैठ करना चाहते थे लेकिन समय से मौके पर पहुंचें भारतीय जांबांजों ने दुश्मन के इस मिशन को फेल करते हुए उनकी जबरदस्त पिटाई भी की, जिसके बाद दुश्मन सैनिक पीछे हटने को मजबूर हो गए थे।

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