एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

89 रूसी सैनिकों की मौत के बाद रूस ने अटलांटिक महासागर में घातक हाइपरसोनिक मिसाइलों से लैश रूसी युद्धपोत को किया तैनात, मचा हड़कंप – सतीश उपाध्याय (सीनियर एडिटर)


अटलांटिक महासागर में तैनाती के दौरान जाते हुए रूसी युद्धपोत “गोर्शकोव” फोटो साभार -(रूसी डिफेंस मिनिस्ट्री के टेलिग्राम से)

मॉस्को। नये साल पर यूक्रेन ने जिस तरह से 89 रूसी सैनिकों को मारा है। उसके बाद से ही यह आशंका जताई जाने लगी थी कि रूस अब कुछ बड़ा करने वाला है। इतना ही नहीं मारे गए रूसी सैनिकों को रूस में जिस तरह से श्रद्धांजलि दी जा रही है उससे यह साफ हो चला है कि पुतिन अब कुछ भयानक करने वाले हैं। जहां इसी कड़ी में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अटलांटिक में दुनिया की सबसे तेज मिसाइल जिरकॉन को तैनात कर दिया है। बता दे कि जिरकॉन मिसाइल से लैस रूसी नौसेना का एक युद्धपोत हाल में ही अटलांटिक महासागर में पहुंचा है। इसे पश्चिमी देशों के खिलाफ माना जा रहा है।

बताया जा रहा है कि यह जिरकॉन मिसाइल 11000 किलोमीटर प्रति घंटे से भी तेज गति से उड़ान भरने में सक्षम है। रूस की यह हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल 1000 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है। यह मिसााइल इतनी तेज है कि दुश्मन का एयर डिफेंस सिस्टम भी इसे इंटरसेप्ट करने में सक्षम नहीं हैं। चीन और अमेरिका भी हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित करने की दौड़ में हैं।


रूसी राष्ट्रपति पुतिन, रुसी युध्दपोत के कमांडर से विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत करते हुए, सभी फोटो साभार -(रूसी डिफेंस मिनिस्ट्री के टेलिग्राम से)

इस बीच रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू और एडमिरल ऑफ द फ्लीट ऑफ द सोवियत यूनियन गोर्शकोव नाम के रूसी नौसेना के फ्रिगेट के कमांडर इगोर क्रोखमल के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह युद्धपोत जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल से लैस था। पुतिन ने कहा कि इस बार जहाज नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल प्रणाली जिरकॉन से लैस है। मुझे यकीन है कि इस तरह के शक्तिशाली हथियार रूस को संभावित बाहरी खतरों से मजबूती से बचाएंगे। पुतिन ने कहा कि हथियारो का दुनिया के किसी भी देश में कोई एनॉलॉग नहीं है।

मालूम हो कि जिरकॉन को अवनगार्ड हाइपरसोनिक ग्लाइड वाहन के साथ 2019 में रूसी सेना में शामिल किया गया था। यह रूसी शस्त्रागार के सबसे ताकतवर हथियारों में से एक है। रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक क्रूज मिसाइल ध्‍वनि की 7 गुना रफ्तार या मैक 7 की गति से हमला करने में सक्षम है। इसे लेकर पुतिन ने वर्ष 2018 में दावा किया था कि जिरकॉन मिसाइल दुनिया के किसी भी हिस्‍से पर हमला कर सकती है और अमेरिका के बनाए डिफेंस सिस्‍टम को भी चकमा दे सकती है।

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