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नई दिल्ली/बीजिंग। पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी के दो पूर्व नेताओं की कथित टिप्पणी को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहे विवाद में अब तस्वीर साफ हो गई कि इस विवाद का कैसे अंतर्राष्ट्रीयकरण किया गया ? और इसकी साजिश में कौन-कौन देश शामिल है ? दरअसल, “सीक्रेट-आॅपरेशन” न्यूज पोर्टल समूह की पड़ताल में अब यह पूरी तरह से साफ हो गया कि इस घटनाक्रम को भारत के खिलाफ एक बड़ी एक सुनियोजित तरीके से साजिश के रूप में अमल लाया गया है,और इस साजिश में चीन,पाकिस्तान,टर्की और कतर शामिल है। बता दे कि इस विवाद में अब चीन भी सार्वजनिक रूप से सामने आ गया है। जहां इस बीच बीजिंग ने कहा कि वह मानता है कि विभिन्न सभ्यताओं, विभिन्न धर्मों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए और समान स्तर पर सह-अस्तित्व में रहना चाहिए।
बताते चले कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं द्वारा की गई कथित टिप्पणियों के खिलाफ हो रहे विरोध-प्रदर्शन और हिंसा को लेकर भारत का वैश्विक तनाव के दौरान जब सीक्रेट आॅपरेशन न्यूज पोर्टल समूह ने अपनी पड़ताल और विश्लेषण शुरू किया तो ऐसे तमाम तथ्य सामने आये जो कि साबित करने के लिए काफी है कि इस विवाद को एक सुनियोजित साजिश के तहत भारत के खिलाफ इस विवाद का अंतराष्ट्रियकरण किया गया,और इस पूरे साजिश को चीन, पाकिस्तान,टर्की और कतर ने अंजाम दिया,जिस वजह से खाड़ी देशों के साथ दुनिया भर के मुस्लिम देश एक साथ भारत के खिलाफ खड़े हों गए,जहां इन देशों में मौजूद भारतीय दूतावासों को तलब किया गया और कड़ी आपत्ति के साथ-साथ संबंधित नेताओं के विरूद्ध कार्यवाही करने के साथ भारत से माफी मांगने तक की मांग की गई। हालांकि भारत ने इन देशों को दो टूक जवाब देते हुए कह दिया कि वह सभी धर्मो का सम्मान करता है।
दरअसल,ओमान के एक धार्मिक नेता के माध्यम से इस पूरे विवाद को भढ़काया गया,जहां पाकिस्तान,टर्की,कतर में सोशल मीडिया पर इसे खूब तूल दिया गया,फिर इसे मीडिया के माध्यम से भी और अधिक तूल दिया गया,जबकि इंटरनेट पर बहुत पहले से ही पैगंबर मुहम्मद साहब के संबंध में तमाम आपत्ति जनक टिप्पणी मौजूद है जिस पर कि कभी कोई विवाद नही हुआ लेकिन बात जब भाजपा के नेताओं की आई तो साजिशन इसे एक बड़े विवाद के रूप में रंग दे दिया गया।
जिस वजह से भारत में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई जो कि अभी भी जारी हैं। यही वजह थी कि भारत में मौजूद तमाम आराजक तत्वों ने मौके की नजाकत भांपते हुए बीते शुक्रवार की नमाज के बाद भारी उपद्रव शुरू कर दिया, जहां इस दौरान देश के तमाम हिस्सों में हिंसा हुई,हालांकि अब इन अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है,हालात भी काबू में हो गई।
गौरतलब है कि इस घटनाक्रम में अब बीजिंग भी सामने आया है जो कि एक बयान में कहा कि चीन इस प्रासंगिक खबरों पर गौर किया हैं। और चीन को उम्मीद है कि संबंधित घटना से ठीक से निपटा जा सकता है। लेकिन अहंकार और पूर्वाग्रह को त्यागना महत्वपूर्ण है और सभी को एक दूसरे के धर्मों का सम्मान करना चाहिए।
अब इस पूरे घटनाक्रम में एक बड़ा सवाल सामने आया है जिसको लेकर दुनिया भर के मुस्लिम देश सालों से चुप्पी साधे हुए हैं,बता दे कि पिछलें कई सालों से चीन,टर्की, पाकिस्तान सहित दुनिया के कई देशों में लाखों मुस्लिमों के साथ क्रूरता व ज्यादती हो रही है लेकिन क्या मजाल है कि एक भी देश एक शब्द बोल दे यही नहीं दुनिया भर में जितने भी मुस्लिम संगठन है वे भी खामोश है, लेकिन बात जब भारत की आती है तो अचानक इनका जमीर जिंदा हो जाता है,जबकि भारत पहले से ही एक धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है।