भारतीय जवान एक ड्रिल के दौरान, फाईल फोटो, साभार, – ( इंडियन आर्मी के वेस्टर्न कमांड के ट्वीटर से)
श्रीनगर/नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घाटी में जारी आतंकवाद को कुचलने के लिए इस मूवमैंट के खिलाफ एक और कदम बढ़ाते हुए जैश-ए-मोहम्मद के प्रॉक्सी संगठन PAFF और इसके सभी समूहों को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। बता दे कि गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत यह कार्रवाई की है। इससे पहले TRF के खिलाफ भी इसी तरह की कार्यवाही की गई है।
बताया जा रहा है कि PAFF ने बीते साल जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 4 सैनिक मारे गए थे। इस दौरान सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादियों को भी मार गिराया था। इस संगठन ने कश्मीर में जी-20 बैठक का आयोजन करने के खिलाफ धमकी भी दी थी, इस बीच गृह मंत्रालय ने अरबाज अहमद मीर को भी आतंकवादी घोषित किया है। क्योंकि वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता है। दरअसल,अरबाज जम्मू-कश्मीर के रहने वाला है, फिलहाल वह अब पाकिस्तान में रह रहा है।
मालूम हो कि इससे पहले गृह मंत्रालय ने गुरुवार रात लश्कर के प्रॉक्सी संगठन TRF पर भी इसी तरह की कार्यवाही किया है। क्योंकि यह संगठन जम्मू-कश्मीर में कई टारगेट किलिंग में शामिल रहा है। गृह मंत्रालय ने गुरुवार देर रात TRF पर प्रतिबंध लगाने का नोटिफिकेशन जारी किया। इतना ही नहीं TRF के कमांडर शेख सज्जाद गुल और लश्कर कमांडर मोहम्मद अमीन उर्फ अबु खुबैब को भी आतंकी घोषित कर दिया गया है। बता दे कि दोनों पर यह कार्रवाई UAPA के तहत हुई है।
ऐसे में यह साफ हो चुका है कि जिस तरह से केंद्रीय गृह मंत्रालय घाटी में जारी आतंकवाद के खिलाफ लगातार कड़ी कार्यवाहियों को अंजाम दे रहा है, इससे सहज हीं अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह दिन दूर नहीं जब घाटी पूरी तरह से आतंक मुक्त हो जायेगी। क्योंकि तमाम ऐसी रिपोर्ट्स सामने आ रही है जिसमें यह साफ संकेत मिल रहे हैं कि घाटी में आतंकवाद अब अपने पतन के अंतिम दौर में है।