सांकेतिक तस्वीर।
बर्लिन। जर्मनी में रविवार को दो ईरानी आतंकियों को जर्मनी में खरतनाक बायोलॉजिकल हथियारों से हमला करने के आरोप में एक आॅपरेशन के दौरान गिरफ्तार किये जाने की रिपोर्ट सामने आई है। जहां जर्मन पुलिस के हवाले से दावा किया गया है कि इन आतंकियों को देश के नॉर्थ रहाइन वेस्टफेलिया के इलाके से हिरासत में लिया गया है और ये दोनों इस्लामिक कट्टरपंथी थे। जर्मनी में इन्हें एमजे और जेजे कहा जा रहा है।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए दोनों आरोपियों के घर से सायनाइड और राइसिन जैसे कई जहरीले केमिकल्स जब्त किए गए हैं। इतना ही नहीं ये लोग इस बेहद खतरनाक केमिकल्स का इस्तेमाल करके कई लोगों की जान लेना चाहते थे। मालूम हो कि यह केमिकल राइसिन कैस्टर बीन्स, यानी अरंडी के बीजों से बना होता है। अगर राइसिन किसी तरह से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है तो वो कुछ ही मिनटों में उसकी जान ले सकता है। यह सायनाइड से 6000 गुना ज्यादा खतरनाक है।
इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जर्मनी के सुरक्षा बलों को अमेरिका की इंवेस्टिगेशन एजेंसी FBI से संभावित केमिकल अटैक की जानकारी मिली थी। दरअसल FBI को सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम की एक चैट का पता चला। इसमें दो लोग बम बनाने और कई तरह के जानलेवा केमिकल्स के बारे में बात कर रहे थे। वहीं हमले के प्लानिंग की जानकारी मिलते ही जर्मनी की सिक्योरिटी फोर्सेस तुरंत इनके के घर पहुंच गईं। इस दौरान फोर्स ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले लोगों की सुरक्षा के लिहाज से आस-पास के इलाके को सील कर दिया गया था। आतंकियों को पकड़ने से पहले सिक्योरिटी फोर्सेज ने प्रोटेक्टिव गियर पहना ताकि केमिकल्स के असर से बचा जा सके।