बरामदगी के दौरान भारी संख्या में राइफल,फोटो साभार -(अमेरिकी नौसेना के ट्वीटर से)
तेहरान/वॉशिंगटन। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अमेरिकी नेवी ने गल्फ ऑफ ओमान में भारी संख्या में हथियारों से भरी एक संदिग्ध नाव को इस साल के बीते छह जनवरी को पकड़ा था,इस दौरान इस नाव में 2,116 AK-47 राइफलें थीं। अमेरिकी नौसेना ने एक बयान में बताया कि यह हथियार अंतर्राष्ट्रीय जल के जरिए ईरान से यमन में पहुंचाए जा रहे थे। दरअसल अमेरिकी नौसेना पेट्रोलिंग शिप USS चिनूक की एक बोर्डिंग टीम ने यमनी नागरिकों की ओर से बनाए गए एक फिशिंग बोट का पता लगाया था।
साभार -(अमेरिकी नौसेना के ट्वीटर से)
गश्ती जहाज USS मॉनसून और विध्वंसक USS सुलिवान इस नाव की खोज में मदद के लिए तुरंत पहुंचे। जब नाव की खोज की गई तो इस जहाज पर 2,116 कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल मिलीं। इसे ही आम भाषा में AK-47 कहा जाता है। बता दे कि अमेरिका की 5वीं फ्लीट ने इस जहाज को पकड़ा था। दावा है कि बरामद किये गये हथियारों पर मेड इन रशिया और AKS20U लिखा था। इस बंदूक में बदलाव किया गया था, जिससे इसके चेंबर में एडवांस AK-74 की गोली लग सकती है।
बता दे कि सऊदी में सक्रिय हूती विद्रोहियों को ईरान हथियार मुहैया कराता रहा है। नाव पर छह यमनी नागरिक थे। हूती विद्रोहियों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हथियार देना, या उसकी बिक्री संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2216 और अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है। उल्लेखनीय है कि पिछले दो महीने में अमेरिकी नौसेना की 5वीं फ्लीट ने ही इसी इलाके में हथियारों से भरी दो अन्य नाव को भी पकड़ा था। USS लुईस बी. पुलर ने 1 दिसंबर को एक जहाज से 50 टन से ज्यादा का गोला-बारूद और रॉकेट फ्यूल जब्त किए थे।