सांकेतिक तस्वीर।
बीजिंग। आखिर जिस बात की आशंका थी अब उस दिशा में चीन ने धीरे-धीरे कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। बता दे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना को विदेशों में मिलिट्री ऑपरेशन चलाने की इजाजत दे दी है। बताया जा रहा है ये सभी ऑपरेशन गैर युद्धक होंगे। अब आशंका जताई जा रही है कि इस कानून के बनने के बाद चीन एक स्पेशल ऑपरेशन की आड़ में ताइवान पर आक्रमण करने के लिए बड़ी तैयारी कर सकता है।
बताते चले कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस बाबत आदेश पर हस्ताक्षर किया है कि चीनी सेना अब देश के बाहर भी सैन्य अभियान चला सकती है। जो कि 15 जून से प्रभावी होगा,वहीं चीन के इस हरकत को विशेषज्ञ रूस-यूक्रेन युद्ध से जोडकर देख रहे हैं। चूंकि रूस ने एक विशेष सैन्य अभियान के तहत यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़े हुआ है।
दरअसल,इस नये कानून के संबंध में बीजिंग की तरफ से साफ किया गया है कि छह चेप्टर वाले इस डॉक्यूमेंट के घोषित उद्देश्यों में राष्ट्रीय संप्रभुता बनाए रखना,क्षेत्रीय स्थिरता और सैन्य संगठन को रेगुलेट करना और गैर-युद्ध सैन्य अभियानों के अंजाम देना शामिल है।
गौरतलब है कि चीन ने यह कानून ऐसे समय पर बनाया जब उसका सोलोमन द्वीप के साथ एक डिफेंस डील हुआ है,अब ऐसे में ताइवान समेत उन देशों में अतिरिक्त सैन्य सतर्कता बढ़ गई है जो चीनी खतरें को पिछले कई सालों से लगातार महसूस कर रहे हैं।