सांकेतिक तस्वीर।
नई दिल्ली/वाशिंग्टन। पाकिस्तान और चीन के साथ जारी लगातार तनातनी के बीच भारत भी लगातार अपने परमाणु हथियारों को बढ़ाने में जुटा हुआ हैं। दरअसल,फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स की 2022 की एक रिपोर्ट में बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है,जिसमें कहा गया है कि भारत लगातार ही अपने परमाणु शक्ति को बढ़ा रहा है, वह नए तरह के परमाणु हथियार कैरियर तैयार कर रहा है।
बता दे कि फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स की 2022 की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत अपने परमाणु हथियार और इसके ओपरेट करने में लगातार ही सुधार कर रहा है और नई तकनीकि का इस्तेमाल बढ़ा रहा है। रिपोर्ट में आगे भी कहा गया है कि भारत की परमाणु रणनीति पाकिस्तान पर फोकस करते हुए बनाई गई है, लेकिन इसका जोर अब चीन की ओर बढ़ता नजर आ रहा है।
एफएएस की इस रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में उपलब्ध तकनीकि को बदलने के लिए कम से कम चार नई हथियार टेक्नोलॉजी विकसित की जा रही हैं। इनमें न्यूक्लीयर क्षमता वाले एयरक्राफ्ट, लैंड बेस्ड डिलेवरी सिस्सटम और सबमरीन लॉन्च्ड मिसाइलें भी शामिल हैं। भारत त्रिस्तरीय क्षमताओं को न्यूक्लियर मिसाइलों के उपयोग के लिए और भी विकसित कर रहा है।
बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट को हंस एम क्रिसतेनसेन और मैट कोर्डा ने मिलकर तैयार किया है। रिपोर्ट के अनुसार, ‘भारत फिलहाल 8 अलग-अलग न्यूक्लीयर कैपेबल सिस्सटम ओपरेट कर रहा है। दो एयरक्राफ्ट, चार लैंड बेस्ड बैलिस्टिक मिसाइलें और दो सी बेस्ड बैलिस्टिक मिसाइलें। कम से कम चार नए सिस्टम डेवलपमेंट में हैं। इनमें से कई बहुत जल्द तैयार हो सकते हैं और बैटल फील्ड में आ सकते हैं। वहीं बीजिंग भी भारत की मिसाइल सिस्टम की रेंज में है।’
दरअसल,एफ ए एस ने अनुमान लगाया है कि भारत ने “लगभग 700 किलोग्राम (प्लस या माइनस 150 किलोग्राम) हथियार-ग्रेड प्लूटोनियम” का उत्पादन किया है, जो 138 से 213 परमाणु हथियारों के लिए पर्याप्त है। हालांकि, अभी तक, सभी सामग्री को परमाणु हथियार में परिवर्तित नहीं किया गया है। मालूम हो कि FAS को अनुमान है कि भारत के पास अपने भंडार में लगभग 160 परमाणु हथियार हैं और नई मिसाइलों को चलाने के लिए और अधिक की आवश्यकता होगी। पाकिस्तान के लिए भी यहीं आंकड़े 165 हैं, जबकि चीन के पास 350, यूएस के पास 5,428 और रूस के पास 5,977 परमाणु हथियार हैं।
चूंकि,अभी हाल के कुछ महिने पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने खुलासा किया था कि पाकिस्तान में इस समय परमाणु हथियारों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जहां उस दौरान पाकिस्तान ने जो बाइडेन के इस दावें को खारिज कर दिया था। फिलहाल, FAS के इस ताजे खुलासे को लेकर बीजिंग ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है और ना ही नई दिल्ली ने।