सांकेतिक तस्वीर।
तेहरान/तेलअवीव। रूस-यूक्रेन जंग के बीच अब मिडिल-ईस्ट में भी ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को लेकर जंग का नया फ्रंट खुल गया है। दरअसल,ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इजरायल ने ईरान पर हमला कर दिया है। वहीं,ईरान के 6 शहरों में हुए हमलों के बाद ईरान में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि, इस हमले की आशंका पहले से ही थी। फिलहाल,अभी तक इस हमले को लेकर ससपेंस बना हुआ है। जहां इस बीच हमले से जुड़े कई तरह के दावें सामने आ रहे है।
दरअसल,बीते शनिवार की आधी रात में ईरान के 6 शहरों में बेहद खतरनाक धमाका हुआ है। दावा किया जा रहा है कि मिडनाइट में ईरान में इजरायल ने ड्रोन से हमला किया है। कहा जा रहा है कि ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम के बीच इजरायल ने हमला किया है। इस बीच हमलों के बाद से हीं ईरान में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं,ईरानी मीडिया ने भी दावा किया है कि ईरान में हुए इस हमले को इजरायल की एयरफोर्स ने अंजाम दिया है।
इस बीच इस हमले को लेकर एक ब्रिटिश पत्रकार ने दावा किया है कि रूस-यूक्रेन जंग में ईरान द्वारा लगातार रूस को शाहिद ड्रोन की सप्लाई देने के चलते नाटों ने सीक्रेट मिशन के तहत इन हमलों को अंजाम दिया है। हालांकि, इस दावे पर गंभीरता से गौर करने पर एक बात साफ हो चली है कि ईरान में जिन लोकेशन पर हमला किया है उसमें एक टारगेट का लोकेशन ईरान का आरडिनेंस इस्फान फैक्टरी भी है। बता दे कि यह वही फैक्टरी है जहां से ईरान,रूस को लगातार घातक ड्रोन की सप्लाई दे रहा है। ऐसे में इस दावें को बल मिलता दीख रहा है।
यही नहीं इस दौरान इजरायल में अमेरिकी खुफिया ऐजेंसी के चीफ की मौजूदगी की भी रिपोर्ट सामने आ रही है। जो कि ईरान के खिलाफ किसी घातक साजिश का संकेत हो सकता है। यहां यह भी गौर करने लायक है कि इस रहस्यमयी हमलें से ठीक एक दिन पहले ईरान में स्थित अजरबैजान के दूतावास पर हमला हुआ था। जहां इस दौरान दूतावास की सुरक्षा में तैनात सिक्योरिटी चीफ की मौत हो गई थी। मालूम हो कि अजरबैजान और ईरान के बीच भी आर्मेनिया को लेकर तनाव रहता है। हालांकि, दूसरे दिन ईरान में हमले के बाद हीं अजरबैजान ने अपने ईरानी दूतावास को बंद कर दिया है। वहीं,ईरान की तरफ से यह दावा किया गया है कि यह ड्रोन हमला था और इस हमले में शामिल 3 ड्रोन को मार गिराया गया है। लेकिन ईरान अभी तक यह खुलासा नहीं कर सका है कि इस रहस्यमयी हमलों को अंजाम कौन दिया है ? फिलहाल, हालात सीधे तौर पर इजरायल की हीं ओर इशारा कर रहे हैं, क्योंकि इजरायल अक्सर ईरान में इसी तरह के हमले को अंजाम देता रहा है।
वहीं, आधी रात के हमले के बाद ईरान की राजधानी तेहरान में गोलाबारी की भी रिपोर्ट सामने आई है। हलांकि रात और दिन के हमले प्रभावित हताहतों की संख्या अभी तक सामने नहीं आई है। वहीं,इन हमलों को लेकर अब ईरान-इजरायल के बीच भयानक युद्ध की आशंका बढ़ गई है। दरअसल,अभी हाल ही में अमेरिका और इजरायल ने एक ज्वाइंट ड्रिल आॅपरेशन को अंजाम दिया था। जहां इस ड्रिल को लेकर अमेरिका और इजरायल की तरफ से संयुक्त रूप से यह दावा किया गया था कि यह युध्दाभ्यास ईरान को लेकर किया जा रहा है। हालांकि,अमेरिका और इजरायल अक्सर इस तरह के ज्वाइंट ड्रिल करते रहे हैं। लेकिन यह ड्रिल अब तक की सबसे ख़तरनाक और बड़ी ड्रिल बताई जा रही है। जहां इस ड्रिल के बीच ही ईरान पर इजरायल की तरफ से हमला हो गया है।
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हमने आतंकवादी संगठनों पर हमला करने का फैसला किया है। पीएम नेतन्याहू ने कहा कि हमारी प्रतिक्रिया मजबूत, तेज और सटीक होगी। उन्होंने आगे यह भी कहा कि जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहेगा, उसे हम नुकसान पहुंचाएंगे। अब ईरान इस हमले का जवाब किस तरह से देता है, यह अभी साफ नहीं हो सका है। लेकिन एक बात साफ हो गई कि अब तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ने में महज कुछ देरी और है। क्योंकि, अमेरिका और उसके सभी सहयोगी देश इजरायल के साथ है तो वही रूस और चीन ईरान के साथ।
गौरतलब है कि बीते साल के 24 फरवरी को रूसी फौज ने यूक्रेन पर हमला शुरू किया था जो कि अभी भी लगातार जारी है। जहां इस बीच कई बार परमाणु हमले की धमकियों और तैयारियों से संबंधित खबरें सामने आती रही है। इतना ही नहीं, इस दौरान दुनिया में जंगी गुटबाजी भी शुरू हो गई थी। जहां यह रिपोर्ट थी कि रूस के साथ चीन, ईरान, उत्तर कोरिया, सीरिया सहित दुनिया के कई देश है। वहीं यूक्रेन की मदद में लगातार सक्रिय अमेरिका और नाटों के अलावा दुनियां के और भी कई देश है। ऐसे में ईरान पर इजरायल का यह हमला तीसरे विश्वयुद्ध के श्री गणेश के रूप में देखा जा रहा है।